कंबोडिया में 7वीं अंतर-सत्र मंत्रिस्‍तरीय बैठक, सुरेश प्रभु करेंगे भारत का नेतृत्व

नई दिल्ली । भारत कंबोडिया में होने वाली आरसीईपी (क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक साझेदारी) की सातवीं अंतर-सत्र मंत्रिस्‍तरीय बैठक में हिस्सा लेगा। भारत की ओर से केन्‍द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक साझेदारी (आरसीईपी) एक व्‍यापक मुक्‍त व्‍यापार समझौता है जिसके लिए 16 देशों के बीच वार्ताएं जारी हैं। इन 16 देशों में आसियान के 10 देश (ब्रुनेई, कंबोडिया,इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड एवं वियतनाम) और उनके छह एफटीए (मुक्त व्यापार समझौता) साझेदार देश ऑस्‍ट्रेलिया, चीन, भारत, जापान, कोरिया और न्‍यूजीलैंड शामिल हैं। अब तक छह मंत्रिस्तरीय बैठकें, सात अंतर-सत्र मंत्रिस्तरीय बैठकें और तकनीकी स्तर पर व्यापार वार्ता समिति के 24 दौर आयोजित किए जा चुके हैं।
थाईलैंड के कार्यवाहक वाणिज्‍य मंत्री चूटीमां बुलियाप्रफासारा की अध्‍यक्षता में हो रही इस बैठक में सिंगापुर में 14 नवंबर 2018 को आयोजित आरईसीपी की दूसरी बैठक के बाद हुयी प्रगति, 25-26 जनवरी 2019 को विशेष व्‍यापार वार्ता समिति (टीएनसी) की जकार्ता,इंडोनेशिया में हुयी दूसरी बैठक तथा 19-28 फरवरी 2019 को इंडो‍नेशिया के बाली में हुई इससे संबधित 25 वीं आरसीईपी और टीएनसी की अन्‍य बैठकों के परिणामों की समीक्षा की जाएगी।
आरसीईपी वार्ताओं के छठे वर्ष में प्रवेश कर चुका है। बीते पांच वर्षों के दौरान विशेषज्ञ स्‍तर की 24 दौर की वार्ताएं हो चुकी हैं। इन वार्ताओं का आखिरी दौर 18-27 अक्‍टूबर 2018 को ऑकलैंड में संपन्‍न हुआ था। आरसीईपी की अबतक छह अंतर मंत्रिस्‍तरीय और सात अंतर सत्र मंत्रिस्‍तरीय बैठकें हो चुकी हैं। छठी मंत्रिस्‍तरीय बैठक 30-31 अगस्‍त 2018 को सिंगापुर में संपन्‍न हुई थी। सातवीं अंतर सत्र मंत्रिस्‍तरीय बैठक 12-13 नवंबर 2018 को सिंगापुर में हुई थी।

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