रामगढ़। बोकारो, रांची और रामगढ़ के आतंक बाजीराम महतो को बुधवार की रात रामगढ़ पुलिस ने ढेर कर दिया। गुरुवार को पुलिस ने दावा किया कि गुप्त सूचना मिली थी कि बाजीराम कुजू ओपी क्षेत्र और बोकारो जिले के महुआटांड थाने के सीमावर्ती क्षेत्र में पीएलएफआई का जोनल कमांडर बाजीराम अपने गैंग के साथ किसी घटना को अंजाम देने आया हुआ है। इसके बाद रामगढ़ एसपी निधि द्विवेदी के निर्देश पर एसपी अभियान गुलशन तिर्की, रजरप्पा थाना प्रभारी कमलेश पासवान, रामगढ़ थाना प्रभारी लिलेश्वर महतो के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने बाजीराम का पीछा किया। चमारी डेरा के जंगल में पुलिस के पहुंचते ही बाजीराम और उसके गैंग के सदस्यों ने पुलिस पर गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उसे मार गिराया। उसके पास से दो देसी कट्टा, गोली, मोबाइल फोन, बाइक सहित अन्य सामान बरामद किये गये हैं। हालांकि मुठभेड़ के दौरान बाजीराम गैंग के अन्य सदस्य फरार होने में सफल रहे। पुलिस उनकी तलाश में छापेमारी कर रही है।
गुरुवार को घटना की जानकारी देते हुए एसपी निधि द्विवेदी ने बताया कि उग्रवादी बाजीराम मूल रूप से वेस्ट बोकारो ओपी क्षेत्र के लाइयो गांव का निवासी था। उसने रामगढ़, गोला, चरही, सिल्ली, रांची, पेटरवार इलाके में दर्जनों अपहरण, हत्या, रंगदारी जैसी संगीन घटनाओं को अंजाम दिया था। उन्होंने बताया कि वेस्ट बोकारो ओपी क्षेत्र में अपने मामा व सीपीआई नेता बालेश्वर महतो हत्याकांड, गोला प्रखंड प्रमुख जलेश्वर महतो अपहरण कांड, रजरप्पा क्षेत्र में सड़क निर्माण कार्य में लगी क्लासिक इनजीकॉम की 11 गाड़ियों को रंगदारी के लिए जलाने, गोला और रजरप्पा थाना क्षेत्र में बम, हथियार के साथ व्यवसायियों को धमकाने जैसे मामले को बाजीराम ने अंजाम दिया था।
फॉरेंसिक टीम ने उठाया सैंपल
मुठभेड़ के बाद रामगढ़ पुलिस ने तत्काल फॉरेंसिक टीम को सूचना दी। रांची से पहुंची टीम ने घटनास्थल से सबूतों के सैंपल लिया। मौके पर बतौर दंडाधिकारी मांडू सीओ राकेश कुमार श्रीवास्तव भी मौजूद थे।
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