एक बड़े व्यवसायी का अपहरण करने आया था बाजीराम, 60 लाख मांगी थी रंगदारी

रामगढ़ । रामगढ़ जिले को पिछले दो महीनों से थर्राने वाला दुर्दांत पीएलएफआई का जोनल कमांडर बाजीराम महतो ने फिर एक अपहरण की योजना बनाई थी। वो कई दिनों से रामगढ़ जिले के एक बड़े कोयला व्यवसायी को फोन पर धमकी दे रहा था। लगातार बदलते हुए फोन नंबर को पुलिस ने सर्विलेंस पर रखा था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक बाजीराम महतो अपने गैंग के एक सक्रिय सदस्य के संपर्क में था। जिस व्यवसायी को धमकी दी जा रही थी उससे बाजीराम ने 60 लाख रुपये की मांग की थी। जब यह रकम उसे नहीं मिल सकी तो बाजीराम ने उसके अपहरण की योजना बनायी। वह अपने चार साथियों के साथ यहां आया था। उसने पूरी घटना को अंजाम देने के लिए बाइक का इस्तेमाल किया। शायद जलेश्वर महतो की तरह ही उस व्यवसायी का अपहरण कर उसे उसकी गाड़ी में ही ले जाने की तैयारी थी, लेकिन ऐन मौके पर पुलिस को जानकारी मिल गई और मुठभेड़ में मारा गया ।
बाजीराम की डायरी में कई बड़े व्यापारियों के हैं नाम
पुलिस सूत्रों के मुताबिक नक्सली बाजीराम महतो के पास से पुलिस को एक डायरी भी मिली है। उस डायरी में कई बड़े व्यापारियों के नाम और नंबर लिखे हुए हैं। शायद उन सभी को भी बाजीराम अपना शिकार बना रहा होगा। पुलिस सूत्रों के अनुसार बड़ी आसानी से पैसा कमाने और अपनी धाक बाज़ार में बनाने के लिए बाजीराम इन घटनाओं को अंजाम दे रहा था। इस बारे में सीआईडी ने भी पिछले महीने पुलिस मुख्यालय को रिपोर्ट भेजी थी और दावा किया था कि बाजीराम हर महीने एक बड़ी घटना को अंजाम देगा ताकि रंगदारी की रकम उस तक आसानी से पहुंच सके।
हिन्दुस्थान समाचार ने पहले ही किया था खुलासा
बाजीराम महतो को लेकर हिन्दुस्थान समाचार ने एक माह पहले ही खुलासा किया था और उसकी पूरी खुफिया रिपोर्ट जारी की थी। रामगढ़, रांची और हजारीबाग में बाजीराम के गैंग और उसकी सक्रियता के बारे में भी सूचना दी थी। इसके अलावा रंगदारी मांगने के तरीके और घटना को अंजाम देने के लिए बनाई जा रही योजना का भी खुलासा हमने किया था।

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