Jharkhand : रांची के पारस एच ई सी अस्पताल में “बैक टू स्कूल” कार्यक्रम का शुभारंभ

Ranchi : रांची के पारस एच ई सी अस्पताल में आज “बैक टू स्कूल” कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लगभग 2 साल के अंतराल पर स्कूल जाने वाले बच्चों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना है। पारस एच ई सी हॉस्पिटल के क्षेत्रीय निदेशक से आए डॉ सुहाष ने बताया कि झारखंड की राजधानी रांची के हृदय स्थली में बसा पारस एच ई सी अस्पताल अपनी गरिमामई उपस्थिति को दर्ज कराएगा। एक समय में यह एचईसी अस्पताल रांची की शान हुआ करता था। हमें उम्मीद है कि हमारी मेहनत और सबका सहयोग इस अस्पताल की गरिमा को एक नया मुकाम जरूर देगा। पारस एचईसी अस्पताल इस नए अवतार में अपने पुराने विश्वास को हासिल करने में जरूर कामयाब होगा।

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अस्पताल के यूनिट हेड डॉक्टर नितेश ने बताया कि समाज को ज्यादा से ज्यादा लाभ देने के लिए विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर अस्पताल प्रबंधन ने एक अभियान की शुरुआत की। इस अभियान के तहत शहर के सभी स्कूलों में जाकर बच्चों के स्वास्थ्य की मुफ्त जांच की जाएगी। ताकि आने वाले समय में बच्चों को स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों का सामना न करना पड़े । मौजूदा हालात में लॉकडाउन की वजह से ज्यादातर बच्चों में आंखों की समस्या देखी जा रही है, जिसका खास कारण ऑनलाइन क्लास में कंप्यूटर और मोबाइल का लगातार इस्तेमाल है। इस अभियान के तहत बच्चों में पनप रहे आंखों की समस्या को देखते हुए इसे दूर करने का प्रयास की जाएगी । बच्चों के दांतों की जांच भी की जाएगी उसके पश्चात पूरे शरीर की स्वास्थ्य जांच की जाएगी ।

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डॉक्टर नितेश ने बताया कि आगामी 16 तारीख को पारस एच ई सी अस्पताल की रीलॉन्चिंग होगी । हालांकि 2019 अक्टूबर से ही अस्पताल कार्यरत है ,लेकिन बीते 2 वर्षों से कोविड महामारी के कारण अपनी अत्याधुनिक सुविधाओं की शुरुआत अस्पताल में नहीं हो पाई थी । आज लॉकडाउन और कोविड की समाप्ति के पश्चात पारस एच ई सी अस्पताल अपने सुपर स्पेशलिटी सुविधाओं के साथ समाज को सेवा प्रदान करने जा रहा है । इस अस्पताल में आयुष्मान भारत की सुविधाएं भी मौजूद है। सीनियर सिटीजन क्लब के तहत सीनियर सिटीजन को इलाज में विशेष छूट दिया जाएगा।

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40 बेड की आईसीयू सुविधाओं के साथ सामान्य मरीजों के लिए 150 बेड की वर्तमान व्यवस्था है, जो कि आने वाले समय में 300 तक करने की योजना है।
“बैक टू स्कूल” अभियान का विचार डॉक्टर नितेश के मन में दुबई से ही आया। क्योंकि पारस अस्पताल से पहले डॉक्टर नितेश दुबई में अस्पताल चलाते थे और दुबई में स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की स्वास्थ्य जांच अस्पताल के द्वारा निरंतर किया जाता है। दुबई के स्वास्थ्य योजना से प्रेरित होकर डॉक्टर नितेश ने रांची के पारस अस्पताल में इस अभियान को चलाने का विचार किया । जिसकी सबने तारीफ की।

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पारस एचईसी अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ संजय कुमार ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि “बैक टू स्कूल” कार्यक्रम के तहत स्कूलों में जाकर बच्चों की स्वास्थ्य जांच की जाएगी । ताकि आने वाली बीमारियों के बारे में पता लग सके । संजय कुमार ने कहा कि बीते 2 वर्षों में महामारी के रूप को देखते हुए आने वाले भविष्य में हमें स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने की आवश्यकता है। बच्चे देश का भविष्य होते हैं। बच्चों पर किसी भी अज्ञात बीमारी का प्रभाव न पड़े इसके लिए निरंतर उनके स्वास्थ्य जांच की आवश्यकता है। बीमार पड़ने पर अस्पताल जाने से अच्छा अस्पताल ना जाना पड़े इसके लिए डॉक्टर से मिलकर सलाह लेने की आवश्यकता और निरंतर जांच की आवश्यकता है।शहर में जितने भी स्कूल हैं या तो स्कूल प्रबंधन की तरफ से अस्पताल प्रबंधन को सूचित किया जाय या फिर अस्पताल प्रबंधन अपनी तरफ से स्कूल प्रबंधन से संपर्क कर बच्चों के स्वास्थ्य जांच की दिशा में पहल की शुरुआत करें। इस अवसर पर ई रिक्शा चालकों एवं पिंक ऑटो की महिला चालकों की स्वास्थ्य जांच भी की गई।

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