नई दिल्ली। आम बजट में पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी और सेस बढ़ने से महंगाई बढ़ने की आशंका पर वित्त मंत्री ने शनिवार को कहा कि सरकार पिछले पांच साल इसपर नियंत्रण रखा है और आगे भी अंकुश लगाएगी।
बता दें कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश करते हुए निर्मला सीतारमण ने पेट्रोल-डीजल पर विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क और सड़क एवं अवसंरचना उपकर के रूप में प्रति लीटर 2-2 रुपये की बढ़ोतरी की है। ऐसा माना जा रहा है कि पेट्रोल- डीजल की कीमत बढ़ने से महंगाई पर दबाव बढ़ेगा।
दरअसल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में वित्त वर्ष 2019-20 का बजट पेश किया, जिसमें पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी और सेस लगाया, जिसके बाद पेट्रोल-डीजल क्रमश: 2.45 रुपये और 2.36 रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया है। महंगाई को लेकर शनिवार को पूछे गए एक सवाल के जवाब में वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार पिछले पांच साल से लगातार इसे नियंत्रन में रखा है। उन्होंने कहा कि इस दौरान थोक महंगाई लगातार नीचे बनी रही और चार फीसदी से ऊपर नहीं गई। वित मंत्री ने कहा कि जब भी महंगाई की स्थिति बिगड़ी। सरकार ने तुरंत कदम उठाया और नियंत्रण में लाया है।
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