बेटियों को सशक्त करना सरकार का लक्ष्य : रघुवर दास

गुमला। झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि मुख्यमंत्री सुकन्या योजना का उद्देश्य है झारखंड की बेटियों का सम्पूर्ण सशक्तिकरण। विभिन्न राज्यों में लिंगानुपात में कमी हो रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हरियाणा के पानीपत से आह्वान किया था बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ। झारखंड के संदर्भ में हम देखें तो लिंगानुपात में ज्यादा अंतर नहीं है। झारखंड में आदिवासी समाज का लिंग अनुपात अच्छा है, लेकिन शहरों में रहने वाले लोग अल्ट्रासाउंड के माध्यम से बेटा हो रहा है या बेटी को देख चुनाव करते हैं और जिस कारण बच्चियों की संख्या कम हो रही है। उन्होंने कहा कि भ्रूण हत्या पर रोक लगे, इसलिए सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को स्पष्ट आदेश दिया है कि जो अस्पताल या डॉक्टर इस घिनौने कार्य में लिप्त हैं उनका लाइसेंस रद्द करें और ऐसे डाक्टर को जेल भेजें। दास शनिवार को गुमला के अलबर्ट एक्का स्टेडियम से दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल स्तरीय मुख्यमंत्री सुकन्या योजना जागरूकता कार्यक्रम में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि स्त्री सृष्टि की शक्ति है। इस शक्ति को और अधिक सशक्त बनाने के उद्देश्य से ही हमारी सरकार ने 24 जनवरी 2019 को राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री सुकन्या योजना का शुभारंभ चाईबासा से किया था। उन्होंने कहा कि राज्य अमीर है, परंतु यहां के लोग गरीब हैं। हमें इस गरीबी को समाप्त करना है और अगर गरीबी से लड़ने का साधन शिक्षा है। शिक्षा से ही राज्य की गरीबी को समाप्त कर सकते है। उन्होंने कहा कि बेटा और बेटी में कोई फर्क न हो, इसे भी हमें ध्यान में रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कन्यादान पुण्य का काम हैं, लेकिन बिना विद्या दान के कन्यादान का पुण्य प्राप्त नहीं होता। इसलिए विद्यादान के बाद ही कन्यादान करें। उन्होंने गुमला की दो बच्च्यिों का उदाहरण देते हुये कहा कि इसी गुमला से दो बच्चियां ममता कुमारी और बिरसमुनी कुमारी ने कम उम्र में शादी करने को तैयार नहीं हुईं। दोनों ने माता-पिता के दबाव का जमकर विरोध किया और दोनों बच्चियां आज कस्तूरबा विद्यालय में पढ़ाई कर रही हैं। तभी से मेरे मन में यह विचार आया कि बेटियों के लिये कोई ऐसी योजना बनाई जाये ताकि उनकी पढ़ाई में कोई बाधा नहीं आये। गरीबी और अज्ञानता के कारण उनकी कम उम्र में शादी न हो। इसी को ध्यान में रखकर मुख्यमंत्री सुकन्या योजना का शुभांरभ किया गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मादी के कार्यकाल में जितनी भी योजनायें बनी वो गरीब, किसान, मजदूर, विधार्थियों, महिलाओं को ध्यान में रखते हुये बनी है। जिसमें समाज के हर वर्ग, समुदाय को लाभ हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कम उम्र में शादी के लिए दबाव बनाए तो 181 में कॉल करें और मैं अनुरोध करता हूं कि कम उम्र में बच्चों की शादी ना करें हमारे बच्चों को पढ़ने दो खेलने दो और पढ़ाई के बाद ही शादी की जाए। इसकी चिंता हर माता-पिता को करनी चाहिए। क्योंकि पहले पढ़ाई फिर विदाई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करना है और यह सिर्फ खेती से नहीं होगा, बल्कि किसानी के साथ-साथ पशुपालन, बागवानी और जैविक खेती को भी अपनाना होगा। आज विशुनपुर में 25 एकड़ में जैविक खेती का शुभारंभ किया गया है। जैविक खेती की दुनिया काफी भांग है। झारखंड के किसान, गुमला के किसान भाई बहनों से अपील है कि जैविक खेती को अपनाये। हमारी सरकार हाल में ही 100 किसानों का दल इजराईल भेजा जिसमें 24 महिला किसान थी वे वहां से उन्नत कृषि के तकनीको को सीख कर आये है और यहां के किसानों को प्रशिक्षित कर रहे है। उन्होंने कहा कि कल के बजट को भी आपने देखा, प्रधानमंत्री ने किसानों के कल्याण के लिए किसानों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री कृषि सम्मान योजना के तहत 6000 रूपये प्रति एकड़ देने की घोषणा की है और राज्य सरकार द्वारा पहले से ही मुख्यमंत्री कृषि आर्शीवाद योजना के तहत रु5000 प्रति एकड़ देरही है। उन्होंने कहा कि अब किसान की जिंदगी में भी बदलाव आएगा आजादी के बाद पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने किसानों के बारे में सोचा है। आजादी के बाद पहला बार सौभाग्य योजना के तहत हर गांव में बिजली पहुंचाया। उन्होंने कहा के पिछले 60 सालों तक भ्रष्टाचार और बिचैलियें इतना हावी थे कि यदि किसी योजना के लिये केन्द्र से 100 रूपये आता है, तो मात्र 15 रूपये ही योजनाओं में खर्च हो पाता हैं। मोदी की सरकार से भ्रष्टाचार एवं बिचैलियों को खत्म करने का काम किया है। अब केन्द्र से यदि 100 रूपये निकलता है तो लाभुक तक सीधे उसके बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से 100 रुपये ही पंहुचता है। उन्होंने कहा कि सुकन्या योजना में कोई आय प्रमाण की जरुरत नहीं है। आपकी बच्च्यिां जिस स्कूल में पढ़ती है उस स्कूल के हेड मास्टर के पास आवेदन दे। पैसे आपके अकाउंट में चले जाएंगे। अनाथ बच्चियों का सहारा भी सरकार बनेगी। दास ने कहा कि प्रधानमंत्री कहते हैं कि देश को आगे बढ़ाना है तो महिलाओं को आगे बढ़ाना होगा। देश के विकास में महिलाओं का बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले राज्य में जहां 8000 एसएचजी ग्रुप थे हमारी सरकार आने के बाद 1 लाख से अधिक महिला स्वयं सहायता समूह तैयार हैं जो स्वरोजगार के माध्यम से अपनी आजीविका चला रही है। उन्होंने कहा कि सिलाई सीखने वाली बहनों को सिलाई के माध्यम से अपने-अपने जिलों में स्कूल के बच्चों का ड्रेस सिलने का काम सखी मंडल को दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने लोगों की स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुये प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) की शुरुआत की। झारखंड में भी हमने 400 रूपये करोड़ राज्य का 85 प्रतिशत आबादी को इस योजना के साथ जोड़ने का काम किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि संथाल परगना मे जन चैपाल के दौरान किसी ने कहा कि वृद्धा पेंशन के तहत 600 की राशि बहुत कम है। हमने इसे ध्यान में रखते हुये में इस बजट में 600 से बढ़ाकर 1000 कर दिया। विधवा बहनों का भी सरकार ने पूरा ध्यान रखा है इनका पेंशन भी 1000 कर दिया है। साथ ही दिव्यांगों का पेंशन भी 1000 उसके खाते में दिया जायेगा।
इस मौके पर केंद्रीय राज्य मंत्री सुदर्शन भगत ने कहा कि आज गुमला के लिए यह बड़ा ही ऐतिहासिक क्षण है कि आज मुख्यमंत्री सुकन्या योजना का दक्षिण प्रमंडल स्तरीय जागरूगता कार्यक्रम का शुभारम्भ गुमला की धरती से हो रहा है। इस योजना के माध्यम से बाल विवाह, भूर्ण हत्या पर निश्चित रूप से विराम लगेगा। विगत चार वर्ष में महिला और बालिका कल्याण के लिए कई कार्य और योजनाओं को संचालित किया गया है। मुख्यमंत्री सुकन्या योजना राज्य की बालिकाओं की समृद्धि का कारक बनेगा। उसी तरह मुख्यमंत्री कृषि समृद्धि योजना के तहत किसानों का लाभान्वित करने का कार्य है। विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव ने कहा कि इस योजना से निश्चित रूप से बच्चियों को लाभ होगा। इससे न केवल सामाजिक कुरीतियों पर अंकुश लगेगा, बल्कि बच्चियों का सम्पुर्ण विकास में मदद मिलेगी। उन्होंने लोगों का आह्वान करते हुए कहा की इस योजना का अधिक से अधिक लाभ लेने की कोशिश करें। गुमला विधायक शिवशंकर उराव ने कहा कि मुख्यमंत्री ने दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल स्तरीय जागरूकता कार्यक्रम का शुभारंभ कस जो अवसर गुमला जिला को दिया है उसके लिए हम गुमला जिला वासियों की ओर से मुख्यमंत्री का आभार। सरकार के अपने विगत वर्षों के कार्यकाल में गरीबों को किसानों को नौजवानों को विद्यार्थियों को मजदूरों को अर्थात समाज के हर वर्ग के लोगों को केंद्र में रखकर के योजनाओं का निरूपण किया है और उन योजनाओं का सफलतापूर्वक हमारे पूरे राज्य में क्रियान्वयन हो रहा है और एक बार फिर मुख्यमंत्री सुकन्या योजना जो विशेष कर हमारे पढ़ने वाली बेटी की है उनके लिए प्रारंभ हो रहा है।
प्रमंडलस्तरीय मुख्यमंत्री सुकन्या योजना जागरूकता समारोह में 5623 बालिकाओं के बीच 2,96,85,000 राशि का वितरण किया गया। मुख्यमंत्री सुकन्या योजना के तहत पूरे राज्य से एक लाख 10 हजार आवेदन प्राप्त हुए। तीन जनवरी 2019 को योजना को कैबिनेट में स्वीकृति मिली, 24 जनवरी को शुभारम्भ हुआ और आज गुमला में आयोजित दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडलस्तरीय मुख्यमंत्री सुकन्या योजना जागरूकता समारोह में मुख्यमंत्री सुकन्या योजना के तहत मुख्यमंत्री रघुवर दास ने दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के 5623 बालिकाओं के बीच 2,96,85,000 (दो करोड़ छियानबे लाख पच्चासी हजार ) राशि का वितरण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री सुकन्या योजना के अंतर्गत 0-2 वर्ष तक के बच्चियों में रिधि कुमारी, सृष्टि कुमारी, 05 वीं कक्षा उर्तीण करने वाली गुमला की रेवन्ती कुमारी, 8वीं कक्षा पास करने वाली गुमला की शोभा कुमारी, नफीसा खातून, मनीता नायक खूंटी, सिमडेगा की शिखा डुंगडुंग, 10वीं कक्षा पास करने वाली रांची की प्रतिभा मोनिका तिग्गा, 12वीं पास करने के साथ 18 वर्ष पूरे होने एवं मतदाता सूची में नाम जुड़ने वाली सिमडेगा की प्रेमा मिंज को 05-05 हजार रूपये का चेक सांकेतिक रूप वितरण किया गया। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत् गृह प्रवेश के लिए लाभुक सीता देवी, बिनोद सिंह, राजकुमार गोप, सुरेश इंदवार को सांकेतिक रूप से ताला-चाभी सौंपा गया। वही सुमन लोहरा, बासुदेव उरांव, कांति एक्का, सलीम टोपनो, बिरसी टोपनो, जुनास टोपनो, बिन्सेन्ट टोपनो, लिबियन टोपनो के बीच पम्प सेट का वितरण किया गया। जिला के विशुनपुर प्रखण्ड में 25 हेक्टेयर की भूमि में 10 लाख रूपये की लागत से जैविक कृषि पद्धति द्वारा खेती करने के लिए विरकेश्वर, कुन्ती सहित कुल चार कृषकों को चेक प्रदान किया गया। समारोह में मुख्यमंत्री एवं अतिथियों द्वारा नव नियुक्त डॉ मिथिलेश प्रसाद सदर अस्पताल, डॉ शिखा शालिनी टोप्पो सीएससी घाघरा, डॉ सागर गजला व डॉ शाहिब अहमद एसएनसीयू सदर अस्पताल, डॉ श्वेता मिंज रेफरल अस्पताल गुमला कुल 05 चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र सौंपा गया। 400 सखी मंडलों को पाल्ट्री इकाई के शुभारंभ के लिए अंकिता देवी व यशोदा देवी सहित अन्य महिलाओं को चेक प्रदान किया गया। स्वागत संबोधन महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग के सचिव अमिताभ कौशल ने दिया तथा धन्यवाद ज्ञापन दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल की आयुक्त शुभ्रा वर्मा ने दिया। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उराँव, पद्मश्री अशोक भगत, दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल की आयुक्त शुभ्रा वर्मा, उपायुक्त शशि रंजन एवं पुलिस अधीक्षक सहित जिला के पदाधिकारी उपस्थित थे।

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