- -सात राज्यों की 51 लोकसभा सीटों पर दोपहर 12 बजे तक 27.13 फीसदी मतदान
- -पश्चिम बंगाल में खूनखराबा, तृणमूल कांग्रेस समर्थकों ने भाजपा उम्मीदवार पर किया जानलेवा हमला, पोलिंग एजेंट के घर पर तोड़फोड़, पत्नी के कपड़े फाड़े, कई जगह हिंसा
- -जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में पोलिंग बूथ पर ग्रेनेड ब्लास्ट, मतदाताओं को डराने की कोशिश
- -बिहार के हाजीपुर में पोलिंग बूथ के बाहर भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को करना पड़ा लाठीचार्ज
- – कई राज्यों में ईवीएम खराब, अनेक स्थानों पर मतदान शुरू होने में हुई देरी
- -उत्तर प्रदेश के अमेठी और बांदा में कई जगह लोगों ने किया मतदान का बहिष्कार
नई दिल्ली। लोकतंत्र के सबसे बड़े महापर्व में पश्चिम बंगाल ने पांचवीं बार लहू की इबारत लिख गणतंत्र की दिशा ‘गनतंत्र’ की तरफ मोड़ने की कोशिश की। सत्रहवीं लोकसभा के गठन के लिए सोमवार को सात राज्यों की 51 सीटों के लिए मतदान हो रहा है। यह चुनाव का पांचवां चरण है। पश्चिम बंगाल चुनाव के चार चरणों को पहले ही लहूलुहान कर चुका है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता विनय कटियार ने पश्चिम बंगाल में हुई ताजा चुनाव हिंसा के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। 51 सीटों पर दोपहर 12 बजे तक 27.13 फीसदी मतदान दर्ज हुआ है। लोगों ने बैरकपुर संसदीय क्षेत्र में पहले ही हिंसा की आशंका जताई थी। यहां से भाजपा उम्मीदवार अर्जुन सिंह पर तृणमूल कांग्रेस समर्थकों के हमले से यह आशंका सच साबित हुई। हमले में उनका होंठ फट गया और मुंह से खून निकलने लगा। आरोप है कि जगदल थाना प्रभारी मूकदर्शक बने रहे। हमले से लहूलुहान अर्जुन सिंह ने कहा, मोहनपुर में मतदान करने जा रहे भाजपा समर्थक महिला और उसके बेटे को तृणमूल कांग्रेस समर्थकों ने कैद कर लिया था। वह मां-बेटे को मुक्त कराकर उसके घर जा रहे थे। तभी पुलिस के सामने उन पर हमला किया गया। उन्होंने इस बारे में चुनाव आयोग को सूचित कर दिया है। इसके अलावा उलुबेरिया संसदीय क्षेत्र के रूपनारायणपुर में भाजपा के पोलिंग एजेंट उत्तम मंडल के घर पर सुबह 5:00 बजे हथियारों से लैठ तृणमूल कांग्रेस समर्थकों ने हमला किया। बंदूक, लाठी और डंडे लेकर पहुंचे हमलावरों ने घर में घुसकर तोड़फोड़ की। उत्तम मंडल को पीटकर लहूलुहान कर दिया। उनकी पत्नी के कपड़े फाड़ दिए। इस घटना से मंडल की पत्नी दहशत में है। उनका कहना है, हमलावर वोट डालने पर जान से मारने की धमकी दे गए हैं। उधर, हुगली और हावड़ा के अलावा कई स्थानों पर ईवीएम में खराबी आने पर लोगों ने हंगामा किया। बैरकपुर सीट के नैहटी में छह मतदान केंद्रों में तृणमूल समर्थकों ने वाममोर्चा के पोलिंग एजेंट को घुसने नहीं दिया। मोहनपुर, उदय और नारायणपुर में भाजपा के कैंप ऑफिसों में तोड़फोड़ की गई है। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में एक मतदान केंद्र पर ग्रेनेड से विस्फोट किया गया। हमले में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। जम्मू-कश्मीर में लद्दाख और अनंतनाग सीट के लिए पुलवामा और शोपियां जिलों में मतदान हो रहा है। कश्मीर के सभी बूथों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। बावजूद इसके बीते चरणों में वोटिंग प्रतिशत 10 से भी कम रहा।
बिहार के हाजीपुर में हिंसा की आशंका के मद्देनजर पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि एक मतदान केंद्र के बाहर मतदाताओं के अलावा भीड़ एकत्र हो गई। चेतावनी के बावजूद लोग नहीं हटे तो उन्हें तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा। उत्तर प्रदेश के अमेठी, बांदा और चित्रकूट में लोगों के मतदान का बहिष्कार करने से प्रशासन के हाथ-पांव फूले हुए हैं। अमेठी के रेभा गांव में रेलवे अंडर ब्रिज न बनने से ग्रामीण घरों से बाहर नहीं निकले। बांदा-चित्रकूट क्षेत्र के पथरा मनी के ग्रामीणों ने जल संकट की वजह से चुनाव का बहिष्कार किया है। सीतापुर से भी ऐसी ही सूचना है। बांदा शहर के कटरा, छावी तालाब, लोधा कुआं, बलखंडी नाका समेत करीब 12 मोहल्लों में पानी की समस्या से परेशान लोगों ने मतदान का बहिष्कार किया। अधिकारी इन लोगों को वोड डालने के लिए मना रहे हैं। कौशांबी में सपा-बसपा गठबंधन उम्मीदवार ने ब्लॉक प्रमुख पर बूथ में कब्जा करने का आरोप लगाया है। सोमवार दोपहर 12 बजे तक 51 सीटों पर कुल 27.13 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। उत्तर प्रदेश में अब तक 22.96% मतदान हुआ। धौरहरा में 28.38 %, सीतापुर में 24.10 %, लखनऊ में 21.07 %, मोहनलालगंज में 22.51%, रायबरेली में 21.28 %, अमेठी में 21.84 %, बांदा में 24.58 %, फतेहपुर में 21.59%, कौशाम्बी में 21.44%, बाराबंकी में 23.09%, फैजाबाद में 23.13%, बहराइच में 23.70%, कैसरगंज में 22.95% और गोंडा में 22.62 % वोटिंग हुई है। बिहार में दोपहर 12 बजे कुल 20.74 % वोटिंग हुई। सीतामढ़ी में 20.90%, मधुबनी में 18.17%, मुजफ्फरपुर में 22.95, सारण में 20.89% और हाजीपुर में 20.88% मतदान रिकार्ड किया गया। झारखंड में कुल 29.49% मतदान हुआ है। कोडरमा में 30.80%, रांची में 30.05%, खूंटी में 27.21 % और हजारीबाग में 29.05% मतदान हो चुका है। मध्य प्रदेश में कुल 29.76% मतदान रिकार्ड किया गया। दमोह में 28.23%, खजुराहो में 29.73%, सतना में 28.25%, रीवा में 27.72%, होशंगाबाद में 31.88%, बैतूल में 33.14% और टीकमगढ़ में 29.71 % वोटिंग दोपहर 12 बजे तक हुई है। पश्चिम बंगाल में हिंसा के बावजूद दोपहर 12 बजे तक कुल-33.64 % मतदान दर्ज किया गया। हिंसाग्रस्त उलुबेरिया में 36.07%, श्रीरामपुर में 36.84%, बंगांव में 31.38%, हिंसाग्रस्त बैरकपुर में 30.03%, हावड़ा में 31.45%, हुगली में 33.55% और आरामबाग में 34.98 % वोट पड़े हैं। राजस्थान में कुल 29.40% वोटिंग हुई है। बीकानेर में 27.04%, श्रीगंगानगर में 32.07%, झुंझुनू में 28.21% , चुरू में 29.82%, जयपुर (ग्रामीण) में 30.19 %, जयपुर में 29.44%, अलवर में 30.53%, भरतपुर में 28.82%, करौली-धौलपुर में 26.84%, दौसा में 30.14%, नागौर में 29.23% और सीकर में 30.15 % मतदान दर्ज हुआ है। जम्मू-कश्मीर में अन्य राज्यों के मुकाबले दोपहर तक सबसे कम कुल- 6.09 % मतदान दर्ज किया गया। लद्दाख में मतदाता चुनाव में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। यहां 21.53% मतदान हो चुका है। मगर अनंतनाग सीट पर सिर्फ 1.12 % मतदान रिकार्ड किया गया। सात राज्यों की 51 लोकसभा सीटों के लिए हो रहे मतदान में 8.75 करोड़ वोटर्स 674 उम्मीदवारों की राजनीतिक किस्मत का फैसला ईवीएम में लॉक करेंगे। सुचारू रूप से चुनाव कराने के लिए कुल 96,000 मतदान बूथ बनाए गए हैं। पांचवें चरण में उत्तर प्रदेश के धौरहरा, सीतापुर, लखनऊ, मोहनलालगंज, रायबरेली, अमेठी, बांदा, फतेहपुर, कौशाम्बी, बाराबंकी, फैजाबाद, बहराइच, कैसरगंज, गोंडा, बिहार के सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सारण, हाजीपुर, झारखंड के कोडरमा, रांची, खूंटी, हजारीबाग, मध्य प्रदेश के दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा, होशंगाबाद, बैतूल, टीकमगढ़, पश्चिम बंगाल के उलुबेरिया, श्रीरामपुर, बंगांव, बैरकपुर, हावड़ा, हुगली, आरामबाग, राजस्थान के बीकानेर, श्रीगंगानगर, झुंझुनू, चुरू, जयपुर (ग्रामीण), जयपुर, अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा, नागौर, सीकर, जम्मू-कश्मीर के लद्दाख और अनंतनाग सीट के लिए वोटिंग हो रही है। आम चुनाव इस बार सात चरण में पूरा होगा। पहले पहले चरण में 11 अप्रैल को 20 राज्यों की 91, दूसरे में 18 अप्रैल को 12 राज्यों की 97, तीसरे में 23 अप्रैल को 15 राज्यों की 117 सीट और चौथे में 29 अप्रैल को नौ राज्यों की 71 सीटों पर वोटिंग हो चुकी है। सभी नतीजे 23 मई रात तक आने की संभावना है। आम चुनाव के पांचवें चरण में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी के अलावा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा, केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर और केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल समेत कई दिग्गजों की किस्मत सोमवार शाम ईवीएम में लॉक होगी। यह चुनाव राहुल गांधी के भविष्य का भी फैसला करेगा। अमेठी सीट खोने पर कांग्रेस के अंदर संगठन में बदलाव की चिंगारी सुलग सकती है। आम चुनाव का पांचवां चरण भाजपा, कांग्रेस के अलावा सपा-बसपा-आरएलडी गठबंधन के लिए अहम है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से भाजपा के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह, रायबरेली से कांग्रेस की सोनिया गांधी, अमेठी से कांग्रेस के राहुल गांधी मैदान में हैं। तीनों यहां से मौजूदा सांसद हैं। इस चरण में उत्तर प्रदेश की 14 सीटों में 12 भाजपा और दो कांग्रेस के पास हैं। पिछली बार अमेठी से राहुल और रायबरेली से सोनिया निर्वाचित हुई थीं। इस चरण की 14 में से नौ सीटों पर भाजपा ने अपने वर्तमान सांसदों पर भरोसा जताया है। रायबरेली से सोनिया के खिलाफ उन्हीं की पार्टी से भाजपा में पहुंचे एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह मैदान में हैं। अमेठी में राहुल को भाजपा की स्मृति ईरानी कड़ी चुनौती दे रही हैं। लखनऊ में राजनाथ सिंह के खिलाफ सपा-बसपा गठबंधन ने शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी और पूर्व मिस इंडिया पूनम सिन्हा को टिकट दिया है। यहां कांग्रेस ने आचार्य प्रमोद कृष्णम पर दांव खेला है। धौरहरा से पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद हैं। 2014 में वह यहां से हार का मजा चख चुके हैं। राजस्थान के जयपुर (ग्रामीण) से केंद्रीय मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौर का मुकाबला कांग्रेस की कृष्णा पुनिया से है। बीकानेर में केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के खिलाफ कांग्रेस के पूर्व आईपीएस अधिकारी मदनगोपाल हैं। दोनों मौसेरे भाई हैं। बिहार की सारण सीट से भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी का मुकाबला राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के चंद्रिका राय से है। झारखंड की चार सीटों पर प्रमुख उम्मीदवारों में केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, बाबूलाल मरांडी, राज्य की पूर्व मंत्री अन्नपूर्णा देवी, विधायक राजकुमार यादव, पूर्व विधायक कालीचरण मुंडा और झारखंड खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष संजय सेठ शामिल हैं। वर्ष 2014 में इन चार सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी।
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