नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें अभी भी ऊंचे स्तर पर बनी हुई है, जिसका असर भारतीय बाजारों में दिख रहा है। इस कारण स्थानीय स्तर पर पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ रही हैं। देश की सरकारी तेल कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड ने सोमवार को पेट्रोल की कीमत में 10 से 11 पैसे और डीजल की कीमत में 13 से 14 पैसे की बढ़ोतरी की। राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 72 रुपये प्रति लीटर के स्तर को पार कर गया।
चार महानगरों में पेट्रोल का भाव
दिल्ली: 72.17 रुपये प्रति लीटर
कोलकाता: 74.26 रुपये प्रति लीटर
मुंबई: 77.80 रुपये प्रति लीटर
चेन्नई: 74.95 रुपये प्रति लीटर
चार महानगरों में डीजल का भाव
दिल्ली : 67.54 रुपये प्रति लीटर
कोलकाता: 69.33 रुपये प्रति लीटर
मुंबई : 70.76 रुपये प्रति लीटर
चेन्नई : 71.38 रुपये प्रति लीटर
जारी है कच्चे तेल की कीमतों में तेजी
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में तेजी का माहौल जारी है। सोमवार को ब्रेंट क्रूड ऑयल 0.38 फीसदी की तेजी के साथ 65.32 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है। डब्ल्यूटीआई क्रूड भी 0.45 फीसदी की तेजी के साथ 56.05 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है। बीते वर्ष नवंबर के बाद यह पहला मौका है जब ब्रेंट क्रूड 65 डॉलर प्रति बैरल और डब्ल्यूटीआई क्रूड लगातार 55 डॉलर प्रति बैरल के पार चल रहे हैं।
दाम बढ़ने पर क्या कहती है रिसर्च रिपोर्ट
दुनिया की बड़ी रिसर्च फर्म गोल्डमैन सैक्स ने अपनी हालिया रिपोर्ट में कहा है कि वर्ष 2019 की शुरुआत से ही ओपेक(कच्चे तेल का एक्सपोर्ट करने वाले देश) देशों ने प्रोडक्शन कम कर दिया है। इससे सप्लाई कम हो गई है और डिमांड बनी हुई है। लिहाजा कीमतों में तेजी का रुख है।
कीमत बढ़ने पर एक्सपर्ट्स की राय
एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर कीमतें बढ़ती रहीं तो पेट्रोल-डीजल के दामों में तेजी का रुख फिर से बन सकता है। मौजूदा स्तर से दाम तीन रुपये तक बढ़ सकते हैं।
सऊदी अरब के ऑयल मिनिस्टर ने एक बिजनेस अखबार को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि सऊदी कच्चे तेल का प्रोडक्शन करीब 98 लाख प्रति बैरल तक घटा सकती है।
इसलिए जनवरी से कंपनी ने पांच लाख बैरल प्रतिदिन का प्रोडक्शन कम कर दिया है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि कच्चे तेल का एक्सपोर्ट करने वाला कोई और देश भी यह फैसला लेता है तो क्रूड के दाम तेजी से बढ़ना तय है।
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