ब्रुनेई में समलैंगिकों को अब नहीं मिलेगी मौत की सजा

बंदर सेरी बेगावान। ब्रूनेई के सुल्तान हसनल बोल्कियाह ने अपने ही आदेश को पलट दिया है। उन्होंने देश में समलैंगिंक और विवाहेतर सम्बन्धों के आरोप सिद्ध होने पर मौत की सजा के प्रावधान को समाप्त कर दिया है। यह जानकारी सोमवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली। विदित हो कि इसी साल अप्रैल महीने में ब्रूनेई में समलैंगिक और विवाहेतर यौन सम्बन्ध रखने वालों के लिए पत्थर मार कर मौत की सजा के प्रावधान का ऐलान किया गया था जिसकी दुनिया भर में आलोचना हुई थी। इसके अलावा नए कानूनों के तहत कई अन्य अपराधों के लिए भी कड़ी सजा का प्रावधान था, जैसे चोरी करते हुए पाए जाने पर हाथ काटने की सजा। नए कानूनों की घोषणा करते हुए सुल्तान हसनल ने कहा था, “मैं इस देश में इस्लामिक शिक्षाओं को और मज़बूत होते देखना चाहता हूं।” अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कड़े विरोध और निंदा के बाद सुल्तान हसनल ने रविवार को टेलीविज़न पर राष्ट्र के नाम सम्बोधन में कानूनों को बदलने और मौत की सजा पर रोक लगाने का ऐलान किया। समाचार एजेंसी एएफ़पी के अनुसार सुल्तान हसनल ने पवित्र रमज़ान महीने की शुरुआत में टीवी के जरिए लोगों को संदेश दिया। उन्होंने कहा, मैं जानता हूं कि शरीया क़ानून को लागू किए जाने को लेकर कई सवाल और गलतफहमियां हैं। शरीया कानून को लेकर कोई संदेह नहीं होना चाहिए, क्योंकि इस पर अल्लाह की रहमत है।

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