सिमडेगा। सोने की चम्मच से दूध पीने वाले नेता प्रतिपक्ष क्या जाने गरीबी क्या होती है? आदिवासियों की पीड़ा क्या है? वंशवाद की राजनीति करने वाली कांग्रेस और झारखण्ड मुक्ति मोर्चा को गरीबी दूर करने से कोई सरोकार कभी नहीं रहा।मुख्यमंत्री रघुवर दास गुरूवार को जोहार जन आशीर्वाद यात्रा के तहत कोलेबिरा में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत से संसद तक दशकों राज करने वाली कांग्रेस और झारखण्ड मुक्ति मोर्चा से आप पूछें सिमडेगा, कोलेबिरा में गरीबी क्यों है।
यहां का विकास क्यों नहीं हुआ। लेकिन आप सभी ने 2014 में एक गरीब को देश का प्रधानमंत्री बनाया। उसने गरीबी को जिया और अनुभव किया है। यही वजह है कि सरकार की सभी योजनाएं गांव, गरीब, किसानों को केंद्रित कर बनाया गया है।दास ने कहा कि केंद्र और राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार का फायदा यहां के लोगों को मिल रहा है। उज्ज्वला योजना के तहत गरीब परिवारों को गैस सिलेंडर के साथ-साथ दूसरा रिफिल भी निशुल्क दिया जा रहा है।
ऐसा करने वाला झारखंड देश का पहला राज्य है। किसानों की समृद्धि के लिए केंद्र सरकार किसान सम्मान निधि योजना एवं राज्य सरकार मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना से किसानों को लाभान्वित कर रही है। इन दोनों योजनाओं के तहत राज्य के 35 लाख किसानों को अधिकतम 31 हजार रुपये का लाभ दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना के तहत किसानों को प्रथम किस्त मिल चुका है। शेष निबंधित 12 लाख किसानों को भी पहली किस्त प्राप्त होगी। आयुष्मान भारत योजना के तहत राज्य के लोगों का पांच लाख का बीमा सुनिश्चित किया गया, जिसका लाभ लोगों को मिल रहा है।
गरीबी दूर करने में शिक्षा सहायक होगा
रघुवर दास ने कहा कि गरीबी दूर करने के लिए सिमडेगा समेत पूरे झारखण्ड के प्रत्येक घर के प्रत्येक सदस्य को शिक्षा ग्रहण करनी होगी। माता-पिता अपने बच्चों को अवश्य शिक्षा से आच्छादित करें। यह बच्चों में जागरूकता का संचार करेगा। माता-पिता बच्चियों की शिक्षा पर भी ध्यान दें। सरकार बच्चियों के लिए सुकन्या योजना चला रही है। योजना के माध्यम एक बच्ची की पढ़ाई से उसकी विदाई तक सरकार 70 हजार रूपये खर्च कर रही है।
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