नई दिल्ली । केंद्रीय वित्तमंत्री और भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस पार्टी आतंकवाद का तुष्टीकरण कर पाकिस्तान के हाथ में खेल रही है।
जेटली ने आगामी लोकसभा चुनाव के एजेंडे में राष्ट्रीय सुरक्षा को दूसरा प्रमुख बिंदु मानते हुए मंगलवार को एक आलेख में कहा कि पुलवामा आतंकी हमले और बालाकोट एयर स्ट्राइक के बारे में कांग्रेस के रवैये से साफ हो गया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ नरम रवैया अपनाती है। वोटबैंक की राजनीति के कारण कांग्रेस के इस रवैये से आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई कमजोर होती है। उन्होंने कांग्रेस को याद दिलाया कि देश के दो पूर्व प्रधानमंत्रियों इंदिरा गांधी और राजीव गांधी आतंकवाद का शिकार हुए थे। उन्होंने कहा कि माओवाद के खतरे के संबंध में भी कांग्रेस का ऐसा ही रवैया है। छत्तीसगढ़ की नई सरकार ने माओवादियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई को कमजोर किया है।
आतंकवाद पर उसके उद्गम स्थल पर ही चोट करने की भारतीय नीति का खुलासा करते हुए जेटली ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश को सुरक्षित बनाने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा का यह नया सिद्धांत प्रतिपादित किया है। वर्ष 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक और पिछले महीने बालाकोट में एयर स्ट्राइक से पाकिस्तान को यह कड़ा संदेश मिल गया है कि उसे आतंकवाद को समर्थन देने की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। पूरी दुनिया ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के इस अति सक्रिय रवैये का समर्थन किया है तथा पाकिस्तान के परंपरागत मित्र भी उसका साथ देने से इनकार कर रहे हैं।
भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय(जेएनयू) में ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे’ का नारा लगाने वाले लोगों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करते हैं। राहुल गांधी कांग्रेस की इस विरासत को भी नकारते हैं जो उग्रवादियों का समर्थन से परहेज करती रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी के इस कृत्य से उत्साहित कांग्रेस सरकारें अब ‘शहरी माओवादियों’ का समर्थन करने लगीं हैं। जेटली के अनुसार ये वही माओवादी हैं जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हत्या का षड्यंत्र रच रहे हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस ने पुलवामा आतंकी हमले की निंदा करते हुए उस समय मोदी सरकार का साथ दिया था लेकिन बालाकोट एराइक के बाद उसका रवैया बदल गया। कांग्रेस ने पहले सर्जिकल स्ट्राइक का महत्व कम करने की कोशिश की थी, वहीं बालाकोट के बाद वह अब एयर स्ट्राइक से आतंकी शिविर के ध्वस्त होने के सबूत मांगने लगी है। कांग्रेस ने यह भी कहा कि एयर स्ट्राइक का उद्देश्य आतंकवादी अड्डे को निशाना बनाना नहीं बल्कि आगामी चुनाव में भाजपा की जीत सुनिश्चित करना था। ऐसा रवैया अपनाकर कांग्रेस पार्टी ने खुद अपने ऊपर ही गोल कर लिया।
जेटली ने आगामी लोकसभा चुनाव में मतदान करने वाले देशवासियों से पूछा कि वह देश में कैसी सरकार चाहते हैं। मतदाता क्या उन लोगों पर भरोसा करेंगे जो वोट बैंक की राजनीति के कारण आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को कमजोर बनाते हैं। भाजपा नेता ने पाकिस्तान के हाथ में खेल रहे लोगों को चुनाव में कड़ा सबक सिखाने का आग्रह करते हुए कहा कि केवल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में ही देश सुरक्षित रह सकता है।
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