बोकारो। हरला थाना क्षेत्र के बोकारो इस्पात संयंत्र के ऐश पौंड संख्या-4 का बांध गुरुवार को अचानक टूट जाने के कारण विस्थापित गांव मोदीडीह सहित कई गांवों के जलमग्न होने का खतरा बढ़ गया है। ऐश पौंड से लगातार पानी की धारा बह रही है।
आक्रोशित लोगों ने बीपीएससीएल कंपनी द्वारा किए जा रहे कार्य को रोक दिया है। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने कहा कि ऐश पौंड का पानी मोदीडीह गांव में चला गया है। कई घर भी पानी से भर गए हैं। अगर शीघ्र इस रोक नहीं लगाया गया तो मोदीडीह के साथ-साथ महुआटांड़, चैताटांड़ एवं आसपास के कई गांव जलमग्न हो सकते हैं।
ग्रामीण रविलाल रजवार ने कहा कि आज अचानक ऐश पौंड का बांध टूट गया। इसके चलते रास्ते बाधित हो गए हैं और बच्चों को स्कूल तक जाने में परेशानी हो रही है। सुजाता कुमारी नामक छात्रा ने रास्ते में पानी आ जाने के चलते विद्यालय जाने में परेशानी बतायी। विस्थापित नेता रघुनाथ महतो ने मौके पर मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि विस्थापित गांव के लिए ऐश पौंड खतरे का कारण बन गया है। विस्थापितों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसके पूर्व भी कईबार बांध टूटे हैं लेकिन स्थायी समाधान नहीं निकाला जा रहा। ऐश पौंड के प्रदूषण को भी लोग झेल रहे हैं। बोकारो इस्पात संयंत्र के संचार प्रमुख मणिकांत धान ने बोकारो स्टील की ओर से इस मामले में अपना पल्ला झाड़ते हुए बताया कि ऐश पौंड की देखरेख का काम बीपीएससीएल कंपनी ही करती है। उनसे ही इस बारे में बात करना सही रहेगा।
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