तामसी को अघोरी बाबा के पास लेकर आई बेला

मुंबई। इस एपिसोड में हुकुम तमसी की तलाश में होली पार्टी आता है। तब बेला, माहिर, विक्रांत और विष हुकुम पर पवित्र जल और लाल कुमकुम फेंकते हैं जिससे वह कमजोर हो जाता है। तामसी सब कुछ देखती रहती है। सुमित्रा ने तमसी से बेलपत्र निकालने को कहती है, लेकिन तामसी उसे नजरअंदाज कर देती है। आलेख हुकुम पर ताजा पानी डालता है, जिसके बाद हुकुम को थोड़ी राहत मिलती है। अलेख और रोहिणी बुल्टू और कुहू पर हमला करते हैं, हुकुम बेला से लड़ने लगता है। वहीं सुमित्रा विष को मारने की कोशिश करती है। बेला, माहिर, विक्रांत, विशाखा, कुहू और बुल्टू साथ मिलकर सुमित्रा, हुकुम, रोहिणी और अलेख को फंसाने का प्लान बनाते हैं। लेकिन तामसी को उनके साथ चलने के लिए मना लेते हैं। होश में आने के बाद हुकुम तामसी को साथ ले जाने से रोकता है। उधर अघोरी बाबा तामसी की बुरी शक्तियों को खत्म करने के लिए हवन की तैयारी कर रहे हैं। हुकुम बेला और बाकी लोगों को रोकने की कोशिश करता है, जबकि तामसी हुकुम को दूसरी दुनिया में भेजने में कामयाब हो जाती है। बेला और बाकी लोग तमसी को अघोरी बाबा की हवेली में लेकर आते हैं। बेला तमसी को बताती है कि उसके अंदर बुरी शक्तियां है, जिन्हें अघोरी बाबा खत्म करना चाहते है। तमसी बेला से कहती है कि वह खेलना चाहती है और हवेली के अंदर दौड़ने लगती है। बेला तामसी को पकड़ लेती है, लेकिन वह हार नहीं मानती है। बाद में अघोरी बाबा तमसी के गुस्से के कारण बेहोश हो जाते हैं। इस बीच अालेख सुमित्रा और रोहिणी को हवेली में लेकर आता है और मिट्टी का तेल डालकर सभी को जलाने की कोशिश करता है।

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