जो घुसपैठियों को बाहर करने के लिए संसद में आंसू बहाती थी, वो उनकी सबसे बड़ी रक्षक बनीं: पीएम मोदी

पीएम मोदी : ने बंगाल में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल की रैलियों में उमड़ रही भीड़ को देखकर ऐसा लग रहा है कि बंगाल में प्रतिस्पर्धा चल रही है कि मोदी की सुबह वाली रैली बड़ी होगी या शाम वाली, कल वाली रैली बड़ी होगी या आज वाली रैली। किराए के गुंडों के सहारे दीदी आखिर कोशिश में है। लेकिन इस बार बचना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। क्योंकि इस बार भाजपा के साथ बंगाल की जनता भी दीदी के खिलाफ खड़ी हो गई है।

पीएम मोदी ने कहा कि टीएमसी को लगता था कि इस बार भी बम, बंदूक, तलवारें, हुड़दंगबाजी इसके दम पर बीजेपी के बहादुर कार्यकर्ताओं को डरा पाएंगे। अगर ऐसे हमलों से बीजेपी डर जाती तो देश की दिशा बदलने वाले आंदोलन कभी खड़ा न कर पाती और बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी न बन पाती। कान खोल कर सुन लो दीदी, लोकतंत्र में हिंसा के लिए जगह नहीं होती है।

पीएम मोदी ने कहा कोई कैसे पलटी मारता है इसका सबसे बड़ा उदाहरण वर्तमान राजनीति में दीदी से बढ़कर कोई नहीं है। 2005 में जो घुसपैठियों को बाहर निकालने के लिए संसद में आंसू बहाती थी, वो आज घुसपैठियों की सबसे बड़ी रक्षक बन गई। वो भूल गई है कि चौकीदार चौकन्ना है।

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