मन की बात में बोलें पीएम मोदी-आइए, जल संरक्षण के लिए जन आंदोलन की शुरुआत करें

दिल्ली : नरेंद्र मोदी ने आज लोकसभा चुनाव जीतने के बाद पहली बार मन की बात की। उन्‍‍‍‍‍‍होंने कहा कि जब देश में आपातकाल लगाया गया तब उसका विरोध सिर्फ राजनीतिक दायरे तक सीमित नहीं रहा था, जन-जन के दिल में एक आक्रोश था। भारत गर्व के साथ कह सकता है कि हमारे लिए कानून नियमों से परे लोकतंत्र हमारे संस्कार हैं। 2019 का चुनाव अब तक के इतिहास में दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक चुनाव था।

पीएम मोदी ने कहा कि मुझे आपका और दुनिया के लोगों का आभार व्यक्त करना है। 21 जून को फिर से एक बार योग दिवस में उमंग के साथ, एक-एक परिवार के तीन-तीन चार-चार पीढ़ियां, एक साथ आ करके योग दिवस को मनाया। योग के क्षेत्र में योगदान के लिए प्रधानमंत्री अवार्ड की घोषणा, अपने आप में मेरे लिए एक बड़े संतोष की बात थी। यह पुरस्कार दुनिया भर के कई संगठनों को दिया गया है।

पीएम मोदी ने कहा कि जल की महत्ता को सर्वोपरि रखते हुए देश में नया जल शक्ति मंत्रालय बनाया गया है। मेरा सबसे अनुरोध है कि जैसे देशवासियों ने स्वच्छता को एक जन आंदोलन का रूप दे दिया। आइए, वैसे ही जल संरक्षण के लिए एक जन आंदोलन की शुरुआत करें। मैं सभी से, जल संरक्षण के उन पारंपरिक तरीकों को शेयर करने का आग्रह करता हूं।


This post has already been read 6948 times!

Sharing this

Related posts