पंचतत्व में विलीन हुए शहीद पुताली, बड़े भाई ने दी मुखाग्नि

लखनऊ। अरुणाचल प्रदेश के घने जंगलों में वायुसेना के एएन-32 विमान दुर्घटना में शहीद असैन्य कर्मचारी पुताली का अंतिम संस्कार शुक्रवार को उनके पैतृक गांव लखनऊ के भौली गांव में हुआ। बड़े भाई ने मुखाग्नि दी। शहीद के अंतिम दर्शन के लिए प्रदेश सरकार में मंत्री आशुतोष टंडन व कई राजनैतिक दल के नेता, जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारी पहुंचे। शहीद का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ हुआ। भतीजे कमलेश के मुताबिक, गुरुवार रात पार्थिव शरीर बीकेटी स्थित एयरफोर्स कैंपस में लाया गया था। यहां से शुक्रवार को शहीद पुताली का शव लेकर सैन्य अधिकारी पैतृक गांव भौली पहुंचे। 18 दिन बाद शहीद का पार्थिव शरीर देखकर परिजनों में रोना-पिटना मच गया। परिवार का करुण कंद्रन देखकर गांव के बड़े बुजुर्ग, महिलाएं, नौजवान सभी की आंखों में आंसू थे। लोग भारत माता की जय और पुताली अमर रहे के नारे लगाने लगे। शहीद के पैतृक गांव में ही पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम दर्शन में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के रूप में मंत्री आशुतोष टंडन, विधायक अविनाश त्रिवेदी समेत जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारी पहुंचे। बड़े भाई मुन्नीलाल ने मुखाग्नि दी। उन्होंने सैन्य अधिकारी से अपने परिवार की आर्थिक स्थिति बयां करते हुए कहा कि उनके घर में 15 सदस्य हैं और पुताली ही घर का कमाने वाला एक मुख्य सदस्य था। वह और उनसे एक छोटा भाई शिवचरन दैनिक मजदूरी करते हैं लेकिन इस महंगाई में मजदूरी करके इतने बड़े परिवार की जीविका चलाना बहुत मुश्किल है। उनकी मांग है कि उनके घर के एक सदस्य को नौकरी दे दी जाय, जिससे परिवार का पालन-पोषण होता रहे। अधिकारियों ने उनको आश्वासन दिया है कि उनकी मांग जल्द ही पूरा किया जायेगा। इसके साथ ही मंत्री आशुतोष ने  परिवार को वित्तीय सहायता के लिए 20 लाख रुपये का चेक प्रदान किया। मंत्री ने भी पीड़ित परिवार को आश्वस्त किया है कि राज्य सरकार से जो भी मदद होगी वह की जायेगी। इससे पहले  योगी सरकार की तरफ से शहीद पुताली के परिवार को दो प्रधानमंत्री आवास, वृद्धावस्था पेंशन, राशन कार्ड आदि की सुविधा देने का ऐलान किया गया था।वायुसेना में बतौर कुक भर्ती हुए थे पुतालीअसैन्य कर्मचारी पुताली परिवार में तीन भाई मुन्नीलाल, शिवचरन के बाद सबसे छोटे थे। भतीजे कमलेश ने बताया कि चाचा पुताली साल 2000 में वायुसेना में एनसी में कुक के पद पर भर्ती हुए थे। उन्होंने शादी नहीं की। वह आठ अप्रैल को छुट्टी पर घर आए और दो मई को वापस ड्यूटी पर लौटे थे।

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