भ्रष्टाचार मिटाने और पदाधिकारियों के जवाबदेही तय करने में RTI एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है : प्रदीप

गोड्डा। केन्द्रीय  सूचना आयुक्त के समक्ष  विडियो क्रान्फ्रेसिंग से सुनवाई में राजमहल परियोजना के केन्द्रीय जन सूचना पदाधिकारी सह महाप्रबंधक आज होंगे हाजिर ,भ्रष्टाचार मिटाने  और पदाधिकारियों  के  जवाबदेही तय करने में  सूचना का अधिकार  एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है, इसी कडी में आरटीई  कार्यकर्ता  प्रदीप कुमार विद्यार्थी  ने वर्ष दिसंबर 2017 में राजमहल परियोजना के  महाप्रबंधक से वर्ष  2016-17 के आगत-निर्गत की पंजी, राजमहल परियोजना  में नौकरी करने वाले स्थानीय वासियों के नाम,ज्वाइनिंग  की तिथि,शैक्षणिक योग्यता,निवासी  प्रमाणपत्र तथा भादों टोला, एवं भोडाई  क्षेत्र के प्रभावित रैयतों  के मुआवजा से संबंधित  सूचना तीन अलग अलग फार्मेट में मांगी गई, मगर सूचना  देने के बजाय  आवेदन  को पढकर तथा उसपर पत्रांक  दिनांक  अंकित कर डाक विभाग की  मिली भगत से  उसे पुन: आवेदक प्रदीप कुमार विद्यार्थी  को वापस कर दिया गया,समय सीमा पर सूचना  नही मिलने पर आरटीआई कार्यकर्ता ने प्रथम अपीलीय पदाधिकारी सांकतोडिया, डिसेरगढ जिला वर्धमान (पश्चिम  बंगाल)में  अपील किया, जहाँ  जन सूचना पदाधिकारी अनुपस्थित  रहे, अंततः आवेदक ने केन्द्रीय सूचना आयोग दिल्ली का दरवाजा  खटखटाया। केन्द्रीय सूचना आयोग नई दिल्ली ने इस अपील को गंभीरता  से लेते हुए 23जुलाई  2019 को 11 बजे विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम केन्द्रीय  सूचना आयुक्त सुधीर  भार्गव के समझ सशरीर उपस्थित  होने का आदेश दिया, इधर आरटीआई कार्यकर्ता प्रदीप कुमार विद्यार्थी  ने किसी तरह के नुकसान की  आशंका के मद्देनजर  गोड्डा के माननीय  पुलिस अधीक्षक, उपायुक्त महोदया ,एसडीपीओ गोड्डा डीजीपी रांची माननीय मुख्यमंत्री,गृहमंत्री,व प्रधानमंत्री  को पत्रलिखकर अविलंब  सुरक्षा देने का मांग किया है

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