राष्ट्रपति ने रेल प्रशिक्षु अधिकारियों को दिया टीम भावना का मंत्र

नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रेल मंत्रालय की विभिन्न सेवाओं के प्रशिक्षु अधिकारियों को टीम भावना का मंत्र देते हुए विश्वास व्यक्त किया कि प्रशिक्षु अधिकारी रेलवे को नवोन्मेषी संस्कृति, आधुनिक तकनीकों और प्रबंधन प्रथाओं के साथ आगे बढ़ाकर राष्ट्र की बेहतर सेवा करेंगे। उन्होंने यह बात मंगलवार को रेलवे की विभिन्न सेवाओं के प्रोबेशनर समूहों से राष्ट्रपति भवन में मुलाकात के दौरान कही।
राष्ट्रपति कोविंद ने प्रोबेशनरों को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय रेलवे में विभिन्न सेवाएं एक इंद्रधनुष के विभिन्न रंगों की तरह हैं। उन्होंने प्रोबेशनरों को ‘टीम रेलवे’ का अहम हिस्सा बनकर कार्य करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि एक आदर्श टीम के खिलाड़ी की तरह उनमें से प्रत्येक को रेलवे और भारत के लोगों के हितों को किसी और चीज से ऊपर रखना होगा।
कोविंद ने कहा कि हाल के वर्षों में केंद्र सरकार ने रेलवे के आधुनिकीकरण के लिए कई कदम उठाए हैं। कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री ने नई दिल्ली और वाराणसी के बीच ‘वंदे भारत एक्सप्रेस'(ट्रेन-18) को हरी झंडी दिखाई। इसने ‘मेक इन इंडिया’ के सपने को सच कर दिखाया है। इस ट्रेन की प्रमुख प्रणालियों को भारत में डिजाइन और निर्मित किया गया है।
राष्ट्रपति ने कहा कि इसके अलावा भारतीय रेलवे द्वारा हाल ही में हासिल किया गया एक अन्य लैंडमार्क ब्रॉड गेज नेटवर्क पर सभी मानवरहित फाटकों को खत्म करना है। यह दुर्घटनाओं को कम करने और रेल यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए भारतीय रेलवे के उत्साह का प्रतीक है।

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