कैंसर की दवाओं के दाम कम करना सराहनीय कदम : डॉ मंदीप

नई दिल्ली। फोर्टिस हॉस्पिटल (कैंसर विभाग) के एचओडी डॉक्टर मंदीप सिंह मल्होत्रा ने कहा कि सरकार द्वारा कैंसर की दवाओं के दामों को 87 फीसदी तक कम किए जाने से अब यह दवाएं अफोर्डेबल हो जाएंगी और इन दवाओं को गरीब कैंसर के मरीज भी खरीद पाएंगे।
मल्होत्रा ने रविवार को ‘हिन्दुस्थान समाचार’ से बातचीत करते हुए कि आर्थिक रूप से कमजोर कैंसर के मरीज भी अब इन महंगी दवाओं को किफायती दरों पर खरीद सकेंगे। मल्होत्रा ने कहा कि कैंसर की बहुत सारी ऐसी दवाएं हैं, जो बहुत महंगी हैं। आर्थिक रूप से कमजोर मरीज इन दवाओं को नहीं खरीद पाते थे। ऐसे में मरीज को कई बार बचा पाना मुश्किल हो जाता था।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने आज ट्वीट कर कहा कि सरकार ने कैंसर के इलाज में काम आने वाले 390 गैर-अनुसूचित दवाओं के अधिकतम खुदरा मूल्य में 87 फीसदी की तक कमी कर दी है। उन्होंने कहा कि कैंसर ऐसी बीमारी है कि यदि परिवार मे किसी को हो जाये तो पूरा परिवार टूट जाता है। इलाज के खर्च में बच्चों की पढ़ाई से लेकर घर की व्यवस्थाएं तक खराब हो जाती हैं। परिवार आर्थिक रूप से कमजोर हो जाता है। नड्डा ने कहा कि मोदी सरकार ने इस दर्द को समझा और इसकी जड़ को पकड़ा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने दवाओं के दाम 87 फीसदी तक कम कर दिए हैं।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने कैंसर के इलाज में काम आने वाले 390 गैर-अनुसूचित दवाओं के अधिकतम खुदरा मूल्य में 87 प्रतिशत तक कमी कर दी है। इससे इन दवाओं का इस्तेमाल करने वाले मरीजों को सालाना 800 करोड़ रुपये की बचत होगी।
राष्ट्रीय दवा मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) ने 42 गैर- अनुसूचित कैंसर दवाओं को दवा मूल्य नियंत्रण व्यवस्था में शामिल किया है। ऐसे में इन दवाओं के ट्रेड मार्जिन को 30 फीसदी तक सीमित किया गया है। कैंसर के इलाज में इस्तेमाल होने वाली 390 कैंसर की दवाओं की कीमत में 87 फीसदी तक कम की कमी की गई है।

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