झारखंड में समुदाय विशेष को टारगेट किया जा रहा हैः मुतहेदा मुस्लिम महाज़

रामगढ़ । चितरपुर में प्रशासन की ओर से निषेधाज्ञा लगाए जाने के बावजूद सोमवार को मॉब लिंचिंग के खिलाफ आमसभा आयोजित हुई। इसमें शामिल लोगों ने झारखंड में मॉब लिंचिंग की बढ़ती घटनाओं पर अंकुश लगाने की मांग की।
सभा को संबोधित करते हुए मुतहेदा मुस्लिम महाज़ संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि झारखंड में रघुवर दास की सरकार में एक समुदाय विशेष को टारगेट कर गैर कानूनी तरीके से मारा जा रहा है। बावजूद इसके सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। यहां तक कि माॅब लिंचिंग के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट ने भी निर्देश जारी किया है लेकिन झारखंड सरकार की सुरक्षा व्यवस्था इस मुद्दे पर विफल है। संगठन के सचिव मोहम्मद अहमद खान ने कहा कि आज देश में आतंकवाद को खत्म करने की मुहिम चल रही है। हमारा संगठन और समाज भी यही चाहता है लेकिन गलत आरोप लगाकर आज समाज में भीड़ तंत्र गुंडागर्दी कर रहा है। इस भीड़ तंत्र को काबू करने की बजाय पुलिस उन्हें छूट दे रही है। संगठन के कन्वीनर मुफ्ती सालाउद्दीन जफर ने कहा कि सरायकेला खरसावां में तबरेज अंसारी को 18 घंटे तक बांध कर पीटा गया। उसी पिटाई की वजह से उसकी मौत हो गई। पूरे मामले का वीडियो वायरल भी हुआ लेकिन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। आज पूरा सरकारी तंत्र उन हत्यारों को सज़ा देने की बजाए, बचाने में लगा हुआ है।
आम सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस के वरीय नेता और समाजसेवी शहज़ादा अनवर ने कहा कि आज झारखंड में निर्दोष लोगों को मॉब लिंचिंग के नाम पर मारा जा रहा। इस मुद्दे पर अकलियत समाज काफी आहत है। देश में मुस्लिम समुदाय को भी समान अधिकार प्राप्त है तो सुरक्षा के अधिकार भी समान रूप से मिलना चाहिए। झारखंड में मॉब लिंचिंग को लेकर सरकार बिल्कुल भी संवेदनशील नहीं दिख रही है। आज समाज इतना आक्रोश में है कि आम सभा करनी पड़ रही है।

5 जिलों की पुलिस सुरक्षा में रही तैनात

रामगढ़ एसपी प्रभात कुमार ने इस आम सभा को शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न कराने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। उन्होंने रामगढ़ जिले के अलावा हजारीबाग, कोडरमा, बोकारो और गिरिडीह जिले से भी सुरक्षा बलों को बुला कर तैनात कर दिया था। उनका कहना है कि मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर प्रदेश में जहां भी विरोध प्रदर्शन हो रहा है वहां कोई न कोई हादसा हुआ है। चीतरपुर में पहले भी दो समुदायों के बीच तनाव हो चुका है। इसके अलावा रामगढ़ एसडीपीओ, पतरातू एसडीपीओ, डीएसपी हेड क्वार्टर, सार्जेंट मेजर, सभी सर्किल के इंस्पेक्टर और सभी थानों के प्रभारियों को सुरक्षा व्यवस्था में शामिल किया गया था।

एसडीएम ने खुद संभाली सुरक्षा की कमान

रामगढ़ एसडीएम अनंत कुमार ने खुद चीतरपुर में सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाली। उन्होंने बताया कि पहले मुतहेदा मुस्लिम महाज़ के द्वारा जुलूस निकालने का कार्यक्रम था लेकिन इलाके की संवेदनशीलता को लेकर उसकी अनुमति नहीं दी गई। साथ ही पूरे प्रखंड में एकदिन के लिए निषेधाज्ञा लागू कर दी गई। बाद में संगठन के लोगों ने शांतिपूर्ण ढंग से आमसभा करने की बात कही, जिसकी अनुमति दी गई है। इसके बावजूद किसी प्रकार की हिंसा और उपद्रवियों से निबटने के लिए प्रशासन मुस्तैद है।

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