भारत का स्वभाव राष्ट्रभाव है। कश्मीर में पुलवामा की घटना के बाद यही राष्ट्रभाव चारों ओर प्रकट हो रहा है। यह अतिराष्ट्रवाद नहीं है। यह राजनीतिक दल- तंत्र के किसी अभियान का परिणाम नहीं है। यह स्वाभाविक है। यह भारत के सभी राज्यों -क्षेत्रों में एक समान प्रकट हो रहा है। यह राष्ट्रध्वज लेकर सड़क पर आक्रोश प्रकट करने वाले जनगण का स्वाभाविक मन है। इस सामूहिक अभिव्यक्ति में क्षेत्र राज्य और जाति पंथ की संकीर्णताएं टूट गई हैं। रात के 12 बजे भी तिरंगा लेकर भारत माता का जयघोष…
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बेसहारा गायों के लिए जनभागीदारी बन सकती है वरदान
-विवेक कुमार पाठक- गाय पिछले काफी समय से राजनीति के केन्द्र में है। सियासी दल गौमाता की दुर्दशा पर राजनैतिक बयान जारी करते हैं तो आए दिन गाय और गौवंश से जुड़े मुद्दे पर धरना प्रदर्शन देश में देखे जाते हैं। गाय पर सकारात्मक नकारत्मक दोनों तरह का विमर्श हुआ है। गाय अब घोषणा पत्रों में भी है तो सरकारें आने पर बेसहारा गायों के लिए गौशालाएं खोलने का काम भी सरकारें कर रही हैं। यह कदम सार्थक है मगर इसे व्यापक बनाए जाने की आवश्यकता है। आइए इस पर…
Read Moreकश्मीर में बढ़ी हिंसा और कश्मीरियों की सुरक्षा एक ज्वलंत विषय
-अनवार अहमद नूर- भारत का अभिन्न अंग कश्मीर पिछले काफी समय से आतंक और हिंसा का केन्द्र बना रहा है राजनीतिक अस्थिरता के साथ साथ वहां से लगातार मुठभेड़ों और खून खराबे की खबरें आती रहीं हैं लेकिन पुलवामा हमले के बाद कश्मीरियों के साथ मारपीट और धमकी की खबरें कुछ अधिक बढ़ गयी हैं जिससे चिन्तित होकर भारतीय ग्रहमंत्रालय ने सभी राज्यों को पत्र भेजकर कश्मीरी छात्रों और लोगों की सुरक्षा की व्यवस्था को कहा है। पुलवामा में हुए आतंकी हमले में 44 सीआरपीएफ जवानों के शहीद होने के…
Read Moreआतंकियों से कम नहीं हैं पत्थरबाज
-योगेश कुमार गोयल- 14 फरवरी को घाटी में हुए सबसे बड़े फिदायीन हमले के बाद यह तथ्य सामने आया कि 20 वर्षीय आत्मघाती आतंकी आदिल अहमद डार मार्च 2018 में जैश-ए-मोहम्म्द में शामिल होने से पहले घाटी में एक पत्थरबाज के रूप में सक्रिय था। यह बात भी आईने की तरह साफ हो गई है कि सुरक्षाबलों के लिए घाटी में मुसीबत का सबब बनते रहे ऐसे पत्थरबाज आने वाले समय में देश की सुरक्षा के लिए कितना बड़ा खतरा बन सकते हैं। बाद में 18 फरवरी को जब इस…
Read Moreसुरक्षा बलों की शहादत व भारतीय राजनीति
-तनवीर जाफरी- जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में पिछले दिनों एक बार फिर भारतीय सुरक्षा बलों को भारी कीमत चुकानी पड़ी। केंद्रीय रिज़र्व सुरक्षा बल के 40 जवान गत् 14 फरवरी को सायंकाल पाकिस्तान द्वारा पोषित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद द्वारा किए गए एक बड़े व नियोजित आत्मघाती हमले में शहीद हो गए। 18 सितंबर 2016 को इसी आतंकी संगठन जैश द्वारा उरी में किए गए आतंकी हमले के बाद पुलवामा के हमले को अब तक का सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है। गौरतलब है कि उरी में सुरक्षा बलों को निशाना…
Read Moreभितरघातियों को समाप्त किये बिना आतंकवाद का सफाया असम्भव
-डा. रवीन्द्र अरजरिया- आतंकवाद के दावानल ने एक बार फिर अमन की छाती में खंजर भौंका। गुनाहगार ने खुद इकबालिया बयान दिया। दहशतगर्दी को पालने वाला पाकिस्तान और उसका सरपरस्त चीन पर्दे के पीछे से काली फसल उगाने में लगा है। देश के अन्दर बैठे कई सियासतदार भी सीमापार की जुबान बोल रहे हैं। ऐसे सियासतदारों और अनेक जयचन्दों की हिफाजत में हमारी सुरक्षा एजेंसियों को लगाया गया है। मानवता की दुहाई पर दानवता के पक्षधरों को पाला-पोशा जा रहा है। कई राजनैतिक दलों के शब्द उनकी नकारात्मक सोच की…
Read Moreफेसबुक के नए वर्जन से सावधान
योगेश कुमार सोनी आज के युग मे जिंदगी का पर्यायवाची बन चुका फेसबुक अश्लीलता का भी दूसरा रूप बन गया है। थोड़े थोडे समय पर फेसबुक में बदलाव होता रहता है व नई चीजें जुड़ती रहती हैं। कुछ महीनों पहले से फेसबुक के ऊपर वाले हिस्से पर विंडो बनी होती है, जिस पर वीडियों का भी नया ऑप्शन जुड़ा है। इसमें फेसबुक खुद से वीडियो अपलोड करता है। उसका नोटिफिकेशन भी आता है। इसमें कपिल शर्मा के शो की छोटी क्लिपिंग व अन्य कई तरह की क्लिपिंग के साथ अश्लील…
Read Moreबात का बतंगड़ बना रहे अखिलेश
सियाराम पांडेय ‘शांत’ उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर विपक्ष का दबाव निरंतर बढ़ रहा है। प्रयागराज जाने से सपा प्रमुख अखिलेश यादव को रोकने से सपा कार्यकर्ता ही नहीं, अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि भी नाराज हैं। सपा कार्यकर्ता और पदाधिकारी तो प्रदेश भर में हंगामा और प्रदर्शन कर ही रहे हैं। इस आंदोलन में विधायक और विधान परिषद सदस्य भी शामिल हो गए हैं। विधान सभा और विधान परिषद में हंगामा इसका प्रमाण है। अखिलेश यादव को प्रयागराज न जाने देने का असर संसद पर…
Read Moreनवजात जीवन पर लगता ग्रहण
मोनिका आर्या पिछले चार साल में स्पेशल एडॉप्शन एजेंसीज यानी शिशु गृहों में रह रहे करीब 1300 बच्चे (1265) मौत का शिकार हो गए। इनमें अधिकांश वे शिशु शामिल थे, जो एबेंडन यानी परित्यक्त अवस्था में मिले थे। ये किसी अखबार या संस्था का आंकड़ा नहीं है, बल्कि ये सरकार का जवाब है, जो कांग्रेस नेता शशि थरूर के सवाल पर संसद में दिया गया है। सरकार की ओर से महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री वीरेंद्र कुमार ने थरूर के लिखित सवाल के जवाब में यह आंकड़ा सदन के…
Read Moreगठबंधन की ढीली होती गांठ
प्रमोद शुक्ल ‘चने की झाड़’ पर चढ़ाकर पीछे से सीढ़ी खींच लेने वाली कहावत को पश्चिम बंगाल में कांग्रेस ने फिर एक बार चरितार्थ करके दिखा दिया है। संविधान और कानून को नजरअंदाज करते हुए मनमानी पर आमादा एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को खुलेआम संरक्षण देते हुए धरने पर बैठी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पहले तो कांग्रेस ने समर्थन देकर मनोबल बढ़ाया, फिर सुप्रीमकोर्ट का कड़ा रुख देखकर धीरे से पीछे हट गयी। बाद में तृणमूल कांग्रेस के साथ 2019 के चुनाव में कोई भी तालमेल न करने की साफ…
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