वाराणसी लोकसभा सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। यहां तक की उनके चुनाव लड़ने पर संशय भी बढ़ गया है।
दरअसल, तेज बहादुर की ओर से दाखिल नामांकन पत्र में अर्धसैनिक बल से बर्खास्तगी को लेकर दो अलग-अलग दावे किए गए हैं। इस मामले में अब जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेंद्र सिंह ने तेज बहादुर को नोटिस जरी किया है।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने तेज बहादुर को 1 मई सुबह 11 बजे तक जवाब देने का समय दिया गया है। तय समय पर जवाब नहीं देने की स्थिति में उनका पर्चा खारिज भी हो सकता है। तेज बहादुर ने वाराणसी सीट से पहले निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन भरा था, लेकिन बाद में समाजवादी पार्टी ने उन्हें टिकट दे दिया।
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