मोदी ने नेपाल के प्रधानमंत्री को भेंट की हिप्र की परंपरिक पेंटिंग…

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को अपने नेपाली समकक्ष शेर बहादुर देउबा को मुलाकात के दौरान हिमाचल प्रदेश से एक पारंपरिक ‘पहाड़ी स्कूल’ लघु चित्र उपहार में दिया। पारंपरिक पेंटिंग ‘श्रावण’ या मानसून के मौसम को दर्शाती है।

और पढ़ें : गिरिडीह की छात्रा महिमा लोहानी ने 38 वां स्थान प्राप्त कर यूपीएससी परीक्षा में अपना परचम लहराया

केन्द्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने ट्वीट कर कहा कि हिमाचल प्रदेश की पहाड़ियों से एक विशेष कृति, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नेपाल के प्रधानमंत्री को भेंट की । पहाड़ी स्कूल लघु चित्रकला जिसे कांगड़ा लघु चित्रकला के रूप में भी जाना जाता है, 17 वीं शताब्दी की एक पारंपरिक कला है, जो हमारे जीवंत इतिहास का हिस्सा है।

चित्रकला पारंपरिक बरहमासा श्रृंखला का एक हिस्सा है। यह परिष्कृत पेंटिंग शाश्वत प्रेमियों राधा और कृष्ण को दर्शाती है। गरजते हुए मानसूनी बादलों की छत्रछाया के नीचे राधा-कृष्ण अपनी सुंदर नज़रों के साथ एक प्रेमपूर्ण बातचीत में लगे हुए हैं और धीरे से हाथ पकड़े हुए हैं।

ये भी देखें : संजना झारखण्ड की मशहूर कोरिओग्राफर

गरजते बादल और शांत परिदृश्य राधा और कृष्ण की अशांत आंतरिक भावनाओं के लिए एक रूपक हैं, जो उनके शांत बाहरी आचरण के बिल्कुल विपरीत हैं। इस प्रकार बरहमासा पेंटिंग्स न केवल ऋतुओं का चित्रण करती हैं बल्कि मानवीय भावनाओं को संप्रेषित करने का एक माध्यम भी बनती हैं।

जटिल रूप से प्रस्तुत की गई पेंटिंग हरे-भरे फूलों और लोक के सुंदर परिदृश्य में स्थापित है। झोपड़ियां विशेष रूप से 17वीं शताब्दी से 19वीं शताब्दी तक हिमाचल प्रदेश की शांत सुंदरता को दर्शाती हैं।

ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें और खबरें देखने के लिए यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें। www.avnpost.com पर विस्तार से पढ़ें शिक्षा, राजनीति, धर्म और अन्य ताजा तरीन खबरें…

This post has already been read 12072 times!

Sharing this

Related posts