Ranchi : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख आलोक कुमार ने बुधवार को भारती राष्ट्रीय लघु फिल्मोत्सव 2022 के पोस्टर का विमोचन किया। विमोचन कार्यक्रम का आयोजन चित्रपट झारखंड की ओर से सरला बिरला विश्वविद्यालय के सभागार में किया गया था।
मौके पर आलोक कुमार ने कहा कि : भारतीय फिल्म मनोरंजन की विधा को पूरा विश्व स्वीकार करता है। भारतीय फिल्म नवरस से भरा पड़ा है। इसमें हास्य व्यंग आदि आदि चीजों का समागम है। अब पश्चिम के फिल्मों में संवेदना गीत संगीत प्रस्तुत किए जा रहे हैं जो भारतीय फिल्मों के विचारधारा से प्रेरित है। भारतीय परंपरा में मनोरंजन को सर्वोच्च स्थान प्राप्त है। मानवीय सभ्यता के उदय से लेकर वर्तमान समय तक मनोरंजन को अभिव्यक्ति की प्राथमिकता दी गई है। चाहे वह गायन, नाटक या चित्र हो मनोरंजन सर्वोच्च रहा है। आदिम काल से मनोरंजन स्थानीय भाषा, संस्कृति तथा परंपरा के विकास का द्दोतक रहा है।
सरला बिरला विश्वविद्यालय के सभागार में उन्होंने कहा कि आज पूरे विश्व के फिल्म उद्योगों में भारत की भागीदारी 12.5 प्रतिशत है जो दर्शाता है कि भारतीय फिल्म की भूमिका समाज निर्माण में अतुलनीय है। भारत में लघु फिल्मों का बड़ा संसार है। हमारा उद्देश्य लघु फिल्मों के माध्यम से स्थानीय बोलियों, भाषाओं , संस्कृतियों, परंपराओं को उजागर करना है। हमारा ध्येय है कि लघु फिल्मों के माध्यम से सकारात्मक परंपरा का निर्माण किया जाए और नकारात्मकता से परहेज किया जाए। लघु फिल्मों के माध्यम से लोग अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार भी जीत रहे हैं । आज हम राष्ट्रीय स्तर पर लघु फिल्म उत्सव मनाने जा रहे हैं । आगे चलकर स्थानीय व संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए प्रांतीय स्तर पर लघु फिल्मों का फिल्मोत्सव आयोजित करेंगे।
उन्होंने कहा की 2019 में 25 भाषाओं में फिल्में बनी है। जिनमें सर्वाधिक 495 फिल्में हिंदी में बनी। इसके साथ ही तेलुगु, मलयालम, कन्नड़, तमिल में कुल 1090 फिल्में बनी। जिससे जाहिर होता है कि भारतीय समाज पर फिल्मों का कितना गहरा असर है। आधुनिक काल में दादा साहब फाल्के द्वारा 1913 में पहली फ़िल्म बनाई गई। इसके साथ ही पहली चलती बोलती फिल्म 1931 में आलम आरा आई। जो भारतीय समाज की संस्कृति, परंपरा और विकास का प्रतिबिंब बनी।
इसे भी देखे : क्या होता है “ओवेरियन कैंसर” और कैसे महिलाओं केलिए है घातक! जानिए इससे जुड़ी अहम् बातें
इस अवसर पर चित्रपट झारखंड द्वारा आयोजित कथा लेखन प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। इसमें प्रथम स्थान डॉ लोधा उरांव, द्वितीय स्थान प्रकाश मिश्रा तथा तृतीय स्थान मयंक मिश्रा को प्राप्त हुआ। इस महोत्सव के भी पोस्टर का लोकार्पण इस कार्यक्रम के दौरान किया गया। यह भी बताया गया कि 18, 19 और 20 फरवरी 2022 को भोपाल में चित्रपट भारतीय राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव किया जाना है। मौके पर सरला बिरला विश्वविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा. प्रदीप वर्मा, कुलसचिव डा. विजय कुमार सिंह, आरएसएस के प्रांत प्रचार प्रमुख धनंजय सिंह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के रांची विभाग बौद्धिक प्रमुख आशुतोष कुमार, डाक्टर सुशील अंकन, डा. संदीप कुमार, प्रो आरएम झा, डा. भारद्वाज शुक्ला तथा समन्वयक नंद कुमार सिंह उपस्थित थे।
This post has already been read 12130 times!