- रघुवर दास के खिलाफ आजसू ने नहीं दिया उम्मीदवार तो सिल्ली में भाजपा ने भी कदम हटाया पीछे
- गोमिया, रामगढ़ और बड़कागांव में भी आजसू के खिलाफ भाजपा ने अब तक नहीं उतारा उम्मीदवार
रामगढ़ । झारखंड विधानसभा चुनाव में आजसू और भाजपा का गठबंधन काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। भाजपा और आजसू के बीच गठबंधन टूटा, इसकी भी घोषणा अभी तक दोनों ही दलों ने अधिकारिक तौर पर नहीं किया है। केवल भाजपा ने आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो के क्रियाकलापों से नाराजगी जताते हुए यह कहा था कि प्रदेश के सभी सीटों पर भाजपा अकेले चुनाव लड़ेगी लेकिन रांची और जमशेदपुर जिले में नामांकन के दौरान गठबंधन के तार फिर से जुड़ते हुए नजर आए।
आजसू ने मुख्यमंत्री रघुवर दास की सीट जमशेदपुर पूर्वी से अपना कोई उम्मीदवार नहीं खड़ा किया है। बदले में भाजपा ने भी अपना धर्म निभाया और आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो के सिल्ली विधानसभा सीट से कोई उम्मीदवार खड़ा नहीं किया। इसके बाद यह संभावना प्रबल हो गई है कि झारखंड में चुनाव के दौरान आजसू और भाजपा के बीच अघोषित ही सही लेकिन गठबंधन रहेगा। आजसू सुप्रीमो और मुख्यमंत्री रघुवर दास के विधानसभा सीट पर दोनों दलों के द्वारा कोई हस्तक्षेप नहीं किए जाने के बाद यह बात तो साफ हो गई है कि चुनाव के बाद दोनों दलों के बीच सरकार बनाने को लेकर बातचीत का रास्ता बंद नहीं होगा। तृतीय चरण के चुनाव को लेकर रामगढ़, हजारीबाग और बोकारो जिले में नामांकन की प्रक्रिया जारी है। अभी तक रामगढ़ विधानसभा सीट के अलावा बड़कागांव और गोमिया सीट पर भी भाजपा ने अपना कोई उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। नामांकन की तिथि 25 नवम्बर को खत्म हो जाएगी। 20 नवम्बर तक भाजपा ने इन सीटों पर अपने उम्मीदवार को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले हैं। अब इसकी संभावना प्रबल हो गई है कि इन सीटों पर भी इन दोनों दलों के बीच गठबंधन धर्म निभाया जाएगा।
बड़कागांव विधानसभा सीट पर पूर्व मंत्री और वर्तमान गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी के भाई रोशन लाल चौधरी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। रामगढ़ विधानसभा सीट पर चंद्र प्रकाश चौधरी ने अपनी पत्नी सुनीता चौधरी को खड़ा किया है। इन दोनों का नामांकन 22 नवम्बर को होगा। गोमिया सीट से इनके ही रिश्तेदार लंबोदर महतो ने सोमवार को अपना नामांकन दाखिल किया है। इन सीटों पर भाजपा की ओर से कौन उम्मीदवार होगा, इसकी चर्चा भी अब बाजार में लगभग नहीं हो रही है। इससे यह संभावना जताई जा सकती है कि भाजपा अब आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो और गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी समेत उनके रिश्तेदारों को वॉक ओवर दे सकती है। राजनीतिक गलियारे में जो चर्चा है, उसके अनुसार झारखंड विधानसभा चुनाव के दौरान लगभग 9 सीटों पर आजसू के खिलाफ भाजपा उम्मीदवार नहीं देने का मन बना रही है।
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