पाकुड़। धान की नई फसल की अगवानी के मद्देनजर विदिन संथाल (हिंदू संथाल) समाज ने करम पूजा का आयोजन किया।हिरणपुर प्रखंड के बिंदाडीह गांव स्थित मांझी थान में आयोजित कार्यक्रम में आसपास के जामपुर, डांगापाड़ा, शिवनगर सहित कई गांवों के संथाल समाज के लोग शामिल हुए, जिसमें महिलाएं भी बड़ी संख्या में शामिल हुईं।
आयोजन स्थल को भव्य रूप से सजाया गया था। पूजा स्थल पर मिट्टी के बर्तनों में धान की बालियों के अलावा करम डाल, विभिन्न प्रकार के फल-फूल, कौड़ी सहित सभी जरूरी पूजन सामग्रियां रखी गई थीं। संथाल समाज के गुरू बाबाओं ने परंपरागत रूप से पूजा-अर्चना की और लोगों को इसके उद्देश्य से अवगत कराया।उन्होंने बताया कि धान की फसलों में हमेशा वृद्धि हो, ताकि गृहस्थ के जीवन में समृद्धि आए और लोग अपने कर्म व कर्तव्यों को भलीभाँति समझ सकें।
जैसे हमारे कर्म होंगे हमें वैसा ही फल मिलेगा। ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए कर्म करने से पर्याप्त फल मिलना निश्चित है। मौके पर बतौर अतिथि किरूडीह पाकुड़िया से छोटो हेम्बरम, जोनाथन हेम्बरम व कान्हा सोरेन आदि मौजूद थे। उनके अलावा ग्राम प्रधान मुंशी मरांडी, प्रेम हांसदा, बुधन टुडू, देवी लाल मरांडी आदि मौजूद थे।
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