गिरिडीह। झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बच्चियों को पढ़- लिखकर स्वाबलंबी बनने का आह्वान करते हुए कहा कि बच्चियों के साथ किसी भी तरह का भेदभाव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसी किसी भी परेशानी में 181 नंबर डायल करने पर समस्या की तुरंत सुनवाई होगी। स्त्री ही सृष्टि है की सोच के साथ मुख्यमंत्री सुकन्या योजना का शुभारंभ हुआ है। सरकार का मानना है कि देश, समाज और परिवार को आगे बढ़ाना है तो नारी को आगे बढ़ाते हुए उन्हें सशक्त करना होगा।
रघुवर दास रविवार को गिरिडीह में आयोजित उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल स्तरीय मुख्यमंत्री सुकन्या योजना जागरुकता कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य से बाल विवाह, भ्रूण हत्या, बच्चियों में शिक्षा की असमानता को हटाना है। अल्ट्रासाउंड कर लिंग के संबंध में जानकारी उपलब्ध कराने वाले चिकित्सकों को मुख्यमंत्री ने कड़ी हिदायत दी है। इस संबंध में स्वास्थ्य सचिव को निर्देश दिया गया है कि ऐसा करने वाले अस्पताल का निबंधन रद्द किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राज्य की बेटियों के लिए मुख्यमंत्री सुकन्या योजना लागू हो गई है। अभिभावक अपनी बच्चियों के निबंधन स्कूल में कराएं। सरकार एक बेटी के जन्म से लेकर शादी तक 70 हजार रुपये देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में राज्य की विधवाओं की पेंशन राशि में 400 रुपये की वृद्धि की गई है। अब 600 की जगह उन्हें एक हजार रुपये मिलेंगे। साथ ही आवास योजना के तहत सरकार उन्हें आवास भी उपलब्ध कराएगी। राज्य के दिव्यांगों को भी पेंशन देने की व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यूनियन बजट किसान, गरीब, मजदूर और मध्यम वर्ग को समर्पित है। संगठित मजदूरों के साथ असंगठित मजदूरों की चिंता केंद्र सरकार ने की। वहीं किसानों को प्रधानमंत्री कृषि सम्मान योजना के तहत प्रति एकड़ 6 हजार रुपये उनके कृषि कार्य के लिए दिया जाएगा। जबकि राज्य सरकार मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना के तहत भी प्रति एकड़ 5 हजार रुपये किसानों को देगी। अब 1 एकड़ भूमि वाले किसान को न्यूनतम 11 हजार और 5 एकड़ भूमि वाले किसान को अधिकतम 31 हजार रुपये दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अन्नदाता के चेहरे पर मुस्कान लाना हमारा उद्देश्य है।
इस मौके मंत्री अमर कुमार बाउरी ने कहा कि मुख्यमंत्री सुकन्या योजना बच्ची के जन्म से लेकर शादी तक सम्मान देने का प्रयास है। यह योजना नारी सशक्तिकरण की दिशा में सहायक होगी। आज 50 लाख तक की संपत्ति का निबंधन मात्र एक रुपये में हो रहा है। अब महिलायें मालकिन बन रही हैं। सांसद रविन्द्र पांडेय ने कहा कि सरकार की योजनाओं का लाभ सभी को मिल रहा है। मुख्यमंत्री सुकन्या योजना के तहत बच्चियों के सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखा गया है। विधायक निर्भय शाहबादी ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा प्रारम्भ की गई यह योजना नारी शक्ति को सशक्त करेगी। योजना की वजह से महिलाओं के उत्थान में, उनके प्रति सोच में बदलाव लाएगी।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने सांकेतिक तौर पर गिरिडीह की जानकी कुमारी, सोना कुमारी, मीरा कुमारी, आंचल कुमारी, मुस्कान कुमारी, सोनाली कुमारी और श्रुति कुमारी एवं चतरा की अंजली कुमारी व कोयल कुमारी को मुख्यमंत्री सुकन्या योजना का प्रमाणपत्र प्रदान किया। इस अवसर पर विधायक केदार हाजरा, विधायक नागेंद्र महतो, सचिव बाल विकास एवं समाज कल्याण अमिताभ कौशल, निदेशक समाज कल्याण, उपायुक्त गिरिडीह राजेश पाठक, आरक्षी अधीक्षक व अन्य उपस्थित थे। मुख्यमंत्री सुकन्या योजना के तहत 33,676 आवेदन प्राप्त हुए। प्रथम चरण में उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल की 4402 बालिकाओं के बीच 2,43,15,000 (दो करोड़ तैतालीस लाख पन्द्रह हजार) रुपये का वितरण किया।
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