ईरान पर शिकंजा कसने के साथ तेल की क़ीमतें पिछले छह माह में उच्च स्तर पर

लॉस एंजेल्स। ईरान पर शिकंजा कसने के बाद कच्चे तेल की क़ीमतों में बढ़ोतरी हुई है, जबकि एशियाई देशों जापान, कोरिया और चीन में स्टाक मार्केट में भी तेज़ी की ख़बरें आ रही हैं। ईस्टर दिवस की लंबी छुट्टियों के बाद मंगलवार को जैसे ही एशियाई मार्केट खुली, कच्चे तेल की क़ीमतें इस साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं। कच्चे तेल की क़ीमतों में दो फीदसी की बढ़त हुई है, जो पिछले छह महीनों में सब से अधिक है। इंटरनेशनल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 2.9 फीसदी के सुधार के साथ 74.04 डालर प्रति बैरल हो गया है, जबकि अमेरिकी वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड (डब्ल्यूटीआई) 2.7 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 65.70 डालर तक पहुंच गया है। डालर और एन मुद्रा के विशेषज्ञ मकाटो नोजी ने आशंका ज़ाहिर की है कि डब्ल्यूटीआई क्रूड तेल जैसे ही 70 डालर के इर्द-गिर्द आता है, इसका मार्केट पर बुरा प्रभाव पड़ने लगता है। अमेरिका के प्रोपर्टी मार्केट पर भी दुष्प्रभाव शुरू होने लगे हैं। शंघाई स्टाक मार्केट सुबह 0.04 फीसदी के साथ खुला तो जापान में एशिया पेसिफ़िक में 0.1 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। जापान की निकी नारकेट को भी झटका लगा है।

This post has already been read 7505 times!

Sharing this

Related posts