लोकतंत्र के मंदिर में प्रतिद्वंदिता नहीं होनी चाहिएः रघुवर दास

रांचीनये भवन में बुलाये गये झारखंड विधानसभा के विशेष और अंतिम सत्र में नेता प्रतिपक्ष की गैरमौजूदगी पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि राजनीति में प्रतिस्पर्धा और प्रतिद्वंदिता होती है, लेकिन जनता की आस्था के प्रतीक लोकतंत्र के मंदिर में प्रतिद्वंदिता नहीं होनी चाहिए। संसदीय कार्यमंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने नेता प्रतिपक्ष से संपर्क करने की कोशिश की थी। उनके पीए से दो-दो बार बात हुई। वो खुद जाकर आमंत्रित करने वाले थे, लेकिन समय नहीं दिये जाने के कारण नीलकंठ सिंह मुंडा नहीं जा सके। विधानसभा भवन में ऐसे व्यवहार के लिए कोई जगह नहीं है, जिससे इस पवित्र सदन की गरिमा को आंच आये। यह ऐसा मंच है जहां विधायक अपनी सामाजिक और जनता के प्रति जिम्मेदारियों को पूरी करते हैं। यहां मतभेदों के बीच जोरदार बहस की गुंजाइश होती है लेकिन इसकी कोई जगह नहीं, जिससे लोकतंत्र को धब्बा लगे। मुख्यमंत्री दास ने कहा कि राज्य को आगे बढ़ाना है तो नारी शक्ति को सम्मान देना होगा। हमारी सरकार ने सखी मंडलों का गठन कर महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त किया। रेडी टू ईट की सप्लाई अब सखी मंडल की महिलाएं करेंगी। इससे राज्य के बाहर जानेवाला 500 करोड़ रुपये बच जाएगा और राज्य की बहनों को आर्थिक रूप से सशक्त किया जायेगा। सीएम दास ने कहा कि किसी सरकार पर आरोप नहीं लगाना चाहता। सभी सरकारों ने कुछ न कुछ किया है। हमारी सरकार बनने के बाद जब पहली बार बिजली विभाग का रिव्यू किया तो उस समय तक मात्र 38 लाख घरों तक बिजली पहुंची थी। जबकि मात्र साढ़े चार साल में हमारी सरकार 30 लाख घरों तक बिजली पहुंचायी। यह सही है कि बिजली अभी 16-17 घंटे मिल रही है लेकिन 15 अगस्त को भी मैंने घोषणा कर दी है कि अगले मार्च-अप्रैल तक सरकार गांवों में भी 24 घंटे बिजली उपलब्ध करायेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन 17 सितंबर को है और उसी भी विश्वकर्मा पूजा भी है। प्रधानमंत्री मोदी का जन्मदिन सेवा दिवस के रूप में मनाया जायेगा। उस दिन खूंटी में ग्रिड का उद्घाटन किया जायेगा और 1038 करोड़ की लागत 1600 किमी सड़क का शिलान्यास किया जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य का इतना विकास स्थिर सरकार के कारण हुआ। इससे लोगों की अपेक्षाएं भी काफी बढ़ गई हैं। उन्होंने कहा राज्य बनने के 19 साल बाद हमारी सरकार ने झारखंड आंदोलनकारियों को पेंशन देने का काम किया। मोमेंटम झारखंड के बाद फैक्ट्रियां लगीं। सिर्फ गारमेंट फैक्ट्री में ही 20-25 हजार लोगों को नौकरियां मिली हैं। मेडिकल और नर्सिंग कॉलेज खुले। 69 एकलव्य विद्यालय खुल रहा है। आदिवासी समाज सक्षम हुआ है। उनके लिए सरकार ईमानदारी से काम कर रही है। बंदरगाह बनने के बाद पूरी दुनिया ने साहेबगंज को देखा और यह सब संभव हो सका है एक स्थिर सरकार के कारण। यूएनडीपी की रिपोर्ट के अनुसार, झारखंड सबसे तेजी से विकास करने और गरीबी घटाने वाला राज्य है। उन्होंने कहा कि नये झारखंड की परिकल्पना के साथ नये सत्र में मिलेंगे।

समस्याओं के समाधान व विकास की प्रक्रिया निरंतर चलती हैः स्पीकर

झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. दिनेश उरांव ने कहा कि इस नवनिर्मित भवन में चतुर्थ विधानसभा का यह अंतिम सत्र है और कुछ दिनों के बाद 5वीं विधानसभा के लिए आम चुनाव का आगाज होगा। हम एकबार फिर से चुनाव के मैदान में होंगे। आज के इस ऐतिहासिक अवसर पर मैं आप सभी लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। शुक्रवार को डॉ. उरांव विधानसभा के विशेष सत्र को संबोधित कर रहे थे। अपने पांच सालों के कार्यकाल और उपलब्धियों को ऐतिहासिक बताते हुए उन्होंने कहा कि इस दौरान राज्य की सवा तीन करोड़ जनता के लिए अनेक महत्वपूर्ण काम हुए। उनकी समस्याओं के समाधान का ईमानदार प्रयास हुआ। फिर भी यह स्वीकारता हूं कि समस्याओं के समाधान और विकास की प्रक्रिया निरंतर चलती रहती है। समस्याओं का स्वरूप बदलता है और इसी के साथ समाधान के तरीके भी। फिर भी अब तक अपने प्रयासों से हम संतुष्ट हैं और उम्मीद करते हैं कि भविष्य में जो कोई विधानसभा झारखंड के लिए गठित होगी और जो भी जनप्रतिनिधि निर्वाचित होकर यहां आयेंगे, वो इस राज्य के एक-एक व्यक्ति की उम्मीदों पर खरे उतरेंगे। डॉ. उरांव ने कहा कि अपने कार्यकाल में अनेक कीर्तिमान स्थापित होते देखा है। विगत 19 वर्षों में अपना कार्यकाल पूरा करने वाले राज्य के पहले मुख्यमंत्री रघुवर दास हैं। इसके अलावा नेता प्रतिपक्ष के रूप में हेमंत सोरेन और विधानसभा अध्यक्ष के रूप में मैंने भी पांच साल का कार्यकाल पूरा किया। झारखंड में ऐसा पहली बार हुआ है और इसमें सभी मंत्री, विधायक, अधिकारी और कर्मियों का सहयोग रहा है।

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