प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुलवामा के सीआरपीएफ के 42 शहीदों का पाकिस्तान से लिया बदला,बमबारी में 350 आतंकियों को मार गिराया

नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान पर बेहद बड़ी कार्रवाई की है. समाचार एजेंसी के मुताबिक वायुसेना ने एलओेसी को पार कर भारतीय वायुसेना के 10 मिराज विमानों ने जैश के ठिकानों को तबाह किया है. जानकारी के मुताबिक भारतीय वायुसेना ने 1000 किलो बम गिराए हैं. बता दें कि पुलवामा हमले के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि सेना को पूरी छूट दी गई है. सरकार में मौजूद उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने व्यक्तिगत रूप से साउथ ब्लॉक में बने सिचुएशन रूम में पूरे ऑपरेशन की निगरानी की. सूत्रों के मुताबिक रक्षा मंत्री को पाकिस्तान से बदला लेने के लिए कई विकल्प दिए गए थे. एयर स्ट्राइक का पूरा प्लान खुद वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने बनाया था. इसके बाद सेना और वायुसेना ने एलओसी के आसपास हवाई सर्विलांस किया. इसके लिए ड्रोंस का इस्तेमाल किया गया. जिन कैंप को निशाना बनाया गया, उनकी पहचान 20-21 फरवरी के बीच ही कर ली गई थी. मुख्य हमले से पहले रिफ्यूलर टैंक ने ट्रालय उड़ान भरी थी. मुख्य हमले में वायुसेना ने लेजर गाइडेड बम का इस्तेमाल किया. मिराज 2000 ने कैसे दिया ऑपरेशन को अंजाम?

विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक वायुसेना के पास मिराज लड़ाकू विमान की तीन स्क्वाड्रन हैं, जिनमें से दो का इस्तेमाल इस ऑपरशेन में किया गया. इन दोनों स्क्वाड्रन से 6-6 फाइजर जेट लिए गए. इसके साथ ही रिफ्यूलर टैंकर भी था, इसका मतलब है कि अगर रास्ते में किसी विमान का ईंधन खत्म हो जाता तो उसे हवा में ही भरा जा सकता था. इसके साथ ही एक एवेक्स विमान ने भी भटिंडा एयरवेस से उड़ान भरी, इसने उस इलाके की जांच की जहां से इन मिराज विमानों को जाना था.भारत सरकार के सूत्रों ने  बताया कि वायुसेना ने पीओके पार करके पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के बालाकोट में जैश के सबसे पुराने कैंप पर हमला किया. कैंप का मुखिया अजहर मसूद का साला युसुफ अजहर था.विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने वायुसेना की एयर स्ट्राइक के मद्देनजर सर्वदलीय बैठक बुलाई. बैठक में विदेश मंत्री हमले को लेकर जानकारी साझा करेंगी.

 

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