वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सुरक्षा के अभेद्य किलेबंदी के बीच वाराणसी लोकसभा सीट से दूसरी बार नामांकन दाखिल किया। पीएम ने अपना नामांकन पत्र जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेन्द्र सिंह को सौंपा। पूरी नामांकन प्रक्रिया को प्रधानमंत्री मौन होकर बैठकर देखते रहे। इस दौरान पीएम के साथ उनके प्रस्तावक डोमराजा परिवार के सदस्य जगदीश चौधरी, भाजपा कार्यकर्ता सुभाष गुप्ता, चौकीदार राम शंकर पटेल मौजूद रहे। प्रधानमंत्री ने बीएचयू महिला महाविद्यालय की पूर्व प्राचार्य प्रो. अन्नपूर्णा शुक्ल के पैर छुए और उन्होंने पीएम के सिर पर हाथ रख कर विजयश्री का आशीर्वाद दिया। नामांकन के एक दिन पूर्व गुरुवार को भाजपा गठबंधन ने एकजुटता का परिचय देकर रोडशो के जरिये पूरे ठसक के साथ शक्ति प्रदर्शन किया। पीएम के नामांकन में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल, जेपी नड्डा, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा. महेन्द्रनाथ पांडेय, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, अकाली दल के प्रकाश सिंह बादल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार, लोजपा अध्यक्ष और केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान, केन्द्रीय मंत्री और अपना दल एस की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री सहित एनडीए के कई प्रमुख नेता मौजूद रहे। पीएम के नामांकन में शामिल होने के लिए भाजपा के साथ गठबंधन (एनडीए) के नेता छावनी क्षेत्र स्थित होटल से एक साथ एक बस में सवार होकर कचहरी पहुंचे। होटल में सभी सहयोगी दलों के नेताओंं का भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने अंगवस्त्रम पहना कर गर्मजोशी से स्वागत किया। खास बात यह रही कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अकाली दल के बुजुर्ग नेता प्रकाश सिंह बादल के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। प्रधानमंत्री ने सभी सहयोगी दलों के नेताओं के साथ थोड़ी देर बैठकर बातचीत की। इसके बाद नामांकन के लिए गये। इसके पूर्व कालभैरव मंदिर में दर्शन पूजन के बाद प्रधानमंत्री वाहनों के काफिले में सीधे कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे। पीएम कलेक्ट्रेट के गेट के निकट से पैदल चल कर लोगों का अभिवादन करते हुए नामांकन कक्ष तक गये।
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