रांची । प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) के नाम पर रंगदारी मांगने के आरोपित प्रेम प्रकाश बारला को रांची की नामकुम पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
एएसपी अंजनी अंजन ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 10 मार्च को कुख्यात अपराधी प्रेम प्रकाश बारला ने व्यवसायी रवि भूषण गुप्ता से रंगदारी की मांग की थी। इस मामले में व्यवसायी ने थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। एसएसपी के निर्देश पर मामले का खुलासा करने के लिए छापेमारी टीम का गठन किया गया। टीम ने प्रकाश को खूंटी जिला के मुरहू थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया। गिरफ्तार अपराधी पर रांची और खूंटी के कई थानों में 24 से अधिक मामले दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि प्रेम प्रकाश बारला पहले उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के लिए काम कर चुका है लेकिन बाद में उसने पीएलएफआई छोड़कर खुद का गिरोह बना लिया और गिरोह का मुखिया बनकर पीएलएफआई के नाम पर पर्चा भेजकर लेवी की मांग करने लगा था। पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी। उसपर लूट, डकैती, रंगदारी और हत्या के मामले दर्ज हैं। छापेमारी टीम में प्रवीण कुमार, राजकुमार पांडेय, तकनीकी शाखा और सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।
एएसपी अंजनी अंजन ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 10 मार्च को कुख्यात अपराधी प्रेम प्रकाश बारला ने व्यवसायी रवि भूषण गुप्ता से रंगदारी की मांग की थी। इस मामले में व्यवसायी ने थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। एसएसपी के निर्देश पर मामले का खुलासा करने के लिए छापेमारी टीम का गठन किया गया। टीम ने प्रकाश को खूंटी जिला के मुरहू थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया। गिरफ्तार अपराधी पर रांची और खूंटी के कई थानों में 24 से अधिक मामले दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि प्रेम प्रकाश बारला पहले उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के लिए काम कर चुका है लेकिन बाद में उसने पीएलएफआई छोड़कर खुद का गिरोह बना लिया और गिरोह का मुखिया बनकर पीएलएफआई के नाम पर पर्चा भेजकर लेवी की मांग करने लगा था। पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी। उसपर लूट, डकैती, रंगदारी और हत्या के मामले दर्ज हैं। छापेमारी टीम में प्रवीण कुमार, राजकुमार पांडेय, तकनीकी शाखा और सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।
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