नई दिल्ली । भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान(आईआईटी) दिल्ली ने मौजूदा शैक्षणिक सत्र में लगातार खराब प्रदर्शन करने वाले स्नातक के सात छात्रों को निलंबित कर दिया है। यह जानकारी केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री डॉ सत्यपाल सिंह ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह ने बताया कि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान(आईआईटी) प्रौद्योगिकी संस्थान अधिनियम,1961 और उनके तहत बनाई गई संविधियों द्वारा अभिशासित स्वायत्त संस्थाएं हैं, जो आईआईटी को अपने शैक्षिक मामलों में निर्णय लेने के लिए पूर्ण स्वायतत्ता प्रदान करते हैं। उन्होंने बताया कि आज की तारीख तक देश में 23 आईआईटी कार्यात्मक है इनमें आईआईटी दिल्ली ने सूचित किया है कि शैक्षिक सत्र 2018-19 के दौरान लगातार खराब शैक्षिक प्रदर्शन वाले सात अवर स्नातक छात्रों को निलंबित व निष्कासित कर दिया गया है।
सत्यपाल सिंह ने बताया कि आईआईटी छात्रों के शैक्षिक स्तर में सुधार करने के लिए विभिन्न पहल करते हैं, जिनमें सहपाठी सहयोग शिक्षण, अंग्रेजी कार्यक्रम में छात्र दक्षता, छात्र मेन्टरशिप कार्यक्रम, शैक्षिक पुनः प्रबंधन कार्यक्रम, एससी व एसटी छात्रों के लिए अलग संकाय परामर्शक, कमजोर छात्रों के लिए ग्रीष्मकालीन पाठ्यक्रम, संकाय परामर्शकों का नामांकन, वरिष्ठ छात्र परामर्शक और पेशेवर परामर्शक आदि शामिल हैं।
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