राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने अर्पित किये श्रद्धासुमन

  • राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने अर्पित किये श्रद्धासुमन
  • तिरिल स्थित सर्वोदय आश्रम में जयंती पर बापू की प्रतिमा पर किया माल्यार्पण

विश्व अहिंसा दिवस क्यों मनाया जाता है? राष्ट्रपिता महात्मा गांधी कॉन थे? गाँधी जी से जुडी कुछ अहम् बाते क्या है?

Ranchi / रांचीः झारखण्ड के राज्यपाल रमेश बैस एवं माननीय मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने गांधी जयंती के अवसर पर छोटानागपुर खादी ग्रामोद्योग संस्थान (सर्वोदय आश्रम), तिरिल, रांची स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किये। गौरतलब है कि तिरिल आश्रम की स्थापना महात्मा गांधी ने 1928 में डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के साथ की थी। तब यह स्वाधीनता सेनानियों का केंद्र हुवा करता था। इसकी ऐतिहासिकता आज की पीढ़ी को झारखंड का देश के स्वतंत्रता आंदोलन में सहयोग को समझने में सहायक होगी। आज भी इस आश्रम में महात्मा गांधी द्वारा उपयोग किया चरखा मौजूद है। तिरिल आश्रम का विशाल प्रांगण और गांधीजी की प्रतिमा आम जनों का स्वागत करती है। गांधी जयंती के अवसर पर आज माननीय राज्यपाल रमेश बैस एवम् माननीय मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

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अहिंसा के रास्ते पर चलकर देश के विकास में भागीदार बनने की आवश्यकताः रमेश बैस

इस अवसर पर माननीय राज्यपाल श्री रमेश बैस ने कहा कि आज देश के दो महान विभूति राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती है। इन दोनों महान विभूतियों ने देश को नई दिशा दी थी। माननीय राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने हम सभी को यह सिखाया है कि अपनी बातें बिना हिंसा के भी कैसे मनवाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न लाल बहादुर शास्त्री ने देश के प्रति सेवा भावना को देशवासियों के अंदर जागृत करने का काम किया था। उन्होंने कहा कि आज पूरा विश्व आतंकवाद के दंश से जूझ रहा है। हिंसा के रास्ते पर चलने वाले लोगों को यह समझने की आवश्यकता है कि देश हित, समाज हित में हिंसा का कहीं कोई स्थान नही है, बल्कि वर्तमान समय में अहिंसा के रास्ते पर चलकर ही देश के विकास में भागीदार बनने तथा मानवीय मूल्यों की रक्षा करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि गांधी जी के उपदेश अनंतकाल तक विश्व कल्याण का मार्ग प्रशस्त करते रहेंगे। आज के दिन हम सादगी एवं सदाचार के प्रतीक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को शत-शत नमन करते हैं।

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महान विभूतियों के विचारों को आगे बढ़ाने की जरूरतः हेमन्त सोरेन

इस अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि आज संयोग और सौभाग्य का दिन है कि देश के दो महान विभूति राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती हम सभी लोग मना रहे हैं। इन दोनों महापुरुषों ने देश की आजादी के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था। इन महापुरुषों ने देश के लोगों को एक ऐसी दिशा दिखाई जिससे इंसानियत, मानवता एवं लोकतंत्र के मूल्यों को मजबूत बनाया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि मौजूदा हालात में कई बदलाव हुए हैं। आज आवश्यकता है कि ऐसे विभूतियों के विचारों को मजबूती के साथ आगे बढ़ाया जाए। मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि सत्य एवं अहिंसा की राह का सदैव अनुसरण करने के प्रेरणादायक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें आज पूरा देश स्मरण कर रहा है। मैं इन दोनों महापुरुषों को शत-शत नमन करता हूं।

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मौके पर मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग की प्रधान सचिव श्रीमती वंदना दादेल, दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के आयुक्त डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी, मुख्यमंत्री के सचिव श्री विनय कुमार चौबे, मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार श्री अभिषेक प्रसाद, मुख्यमंत्री के वरीय आप्त सचिव श्री सुनील श्रीवास्तव, छोटानागपुर खादी ग्रामोद्योग संस्थान (सर्वोदय आश्रम) के संरक्षक श्री अभय चौधरी सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

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