कान बहने की समस्या को घरेलू उपचार से करें दूर

जब किसी व्यक्ति के कान से तरल पदार्थ निकलता है, तो उसे कान बहना या ओटेारिया कहा जाता है। वैसे तो यह समस्या छोटे शिशुओं व बच्चों में अधिक देखने को मिलती है, लेकिन किसी भी उम्र का व्यक्ति इससे प्रभावित हो सकता है। ज्यादातर कान से बहने वाला पदार्थ ईयरवैक्स होता है। यह एक तरल पदार्थ होता है जो शरीर में स्वाभाविक रूप से पैदा होता है। वहीं कई बार कान से ब्लड, पस या अन्य प्रकार का द्रव भी निकलता है। जो बताता है कि आपका ईयरडम चोटिल…

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बच्चा पहली बार जा रहा है स्कूल तो जरूर सिखाएं ये 6 बातें

कहते ही बच्चे की पढ़ाई-लिखाई घर से ही शुरू होती है। बच्चे जो देखते हैं, वही करते हैं। इसलिए जरूरी है कि बच्चे को न सिर्फ अच्छी आदतें सिखाएं बल्कि समय-समय पर उनका मार्गदर्शन करना चाहिए। एक बच्चे का दिमाग खाली किताब की तरह होता है। इसलिए जो भी उसे सिखाएं बेहद समझदारी, प्यार और धीरज के साथ सिखाएं। बच्चा अगर स्कूल जाना शुरू कर रहा है, तो ऐसे में यह और भी जरूरी हो जाता है। कुछ बातें हैं जो बच्चों को स्कूल भेजने से पहले सिखाने की जरूरत…

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खाने की यह आदतें बनाती हैं बच्चों को स्मार्ट

आजकल बच्चे जंक फूड खाना ज्यादा पसंद करते हैं, जैसे पिज्जा, बरगर, न्यूडलस। लेकिन शायद आप यह नही जानते कि ऐसा खाना आपके बच्चे की सेहत को तो नुक्सान पहुंचाता ही हैं, साथ ही साथ दिमाग के विकास पर भी बुरा असर डालता है। पैकड फूड और जंक फूड में हाई कैलोरी तो होती है लेकिन इसमें पौषक तत्वों की बहुत कमी होती है। जिससे उनका विकास रूक सकता है। बच्चे के खाने की आदत का उनके मानसिक स्वास्थ्य को भी बहुत प्रभवित करता है। यादाशत और सोचने में कमी,…

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(कहानी) पछतावा…

-डॉ. योगेंद्रनाथ शुक्ल- ये जूते कितने के हैं? साहब, आठ सौ पचास रुपए के। दुकानदार से भाव सुनकर धीरज बाबू ने अपने बेटे को धीरे से समझाया पुनीत! मैं तुम्हें दूसरी दुकान लिए चलता हूं… ये जूते बहुत महंगे हैं। दोनों उस दुकान से बाहर निकलने लगे। अरविंद के पिताजी और मेरे पिताजी एक ही पद पर हैं लेकिन दोनों में कितना अंतर है, उसके पिताजी उसकी हर मांग पूरी करते हैं, उसकी हर चीज कितनी अच्छी होती है और मेरे पिताजी को खरीदते समय कितना सोचते हैं? अपने मनपसंद…

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जब अकबर ने बीरबल से कहा, बैल का दूध लाओ

अकबर हमेशा बीरबल की तारीफ करते। एक बार उन्होंने अपने दरबार में बीरबल की गैरमौजूदगी में कहा, क्या किसी को बीरबल की बुद्धिमत्ता पर शक है? तब उनके दरबार में मौजूद एक मंत्री ने कहा, महाराज अगर बीरबल इतने ही चतुर और बुद्धिमान हैं तो उनसे कहिए कि वह बैल का दूध लेकर आएं। मंत्री की बात सुनकर अकबर हैरत में पड़ गए, लेकिन फिर भी उन्होंने बीरबल के पास संदेश भिजवाया कि महाराज के लिए कल तक बैल का दूध पेश किया जाए। महाराज का आदेश था, इसलिए बीरबल…

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चालाकी का फल

-पूर्णिमा वर्मन- एक थी बुढ़िया, बेहद बूढ़ी पूरे नब्बे साल की। एक तो बेचारी को ठीक से दिखाई नहीं पड़ता था ऊपर से उसकी मुर्गियां चराने वाली लड़की नौकरी छोड़ कर भाग गयी। बेचारी बुढ़िया! सुबह मुर्गियों को चराने के लिये खोलती तो वे पंख फड़फड़ाती हुई सारी की सारी बुढिया के घर की चारदीवारी फांद कर अड़ोस पड़ोस के घरों में भाग जातीं और कों कों कुड़कुड़ करती हुई सारे मोहल्ले में हल्ला मचाती हुई घूमतीं। कभी वे पड़ोसियों की सब्जियां खा जातीं तो कभी पड़ोसी काट कर उन्हीं…

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प्रेरक कथा: कक्षीवान की पहेली

एक बार कक्षीवान ऋषि प्रियमेध ऋषिके पास गए तथा बोले, प्रियमेध, मेरी एक पहेली सुलझाओ। ऐसी कौन-सी वस्तु है जिसे जलानेपर प्रकाश नहीं उत्पन्न होता? प्रियमेधने बहुत सोचाय परन्तु वे पहेली नहीं सुलझा पाए। क्योंकि, किसी वस्तुको जलानेपर उससे थोडा तो भी प्रकाश उत्पन्न होता ही है। तब उन्होंने कहा, मुझे इसका उत्तर नहीं ज्ञात है। परन्तु, आगे मेरे वंशमें कोई ऐसा विद्वान अवश्य जन्म लेगा, जो इसका उत्तर देगा। कक्षीवान ऋषिके पास नेवलेके चमडेकी एक बडी-सी थैली थी। उस थैलीमें प्रियंगु (पिप्पली), चावल एवं अधिकता नामक अनाज भरा था।…

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सड़क पर सुरक्षा (बच्चों के लिए कहानी)

रोमेश एक दिन जब बाजार जा रहा था तो रास्ते में एक चैराहे पर लगी भीड़ देखकर ठिठक गया। आसपास के लोगों की बातें सुनने से उसे पता चला कि वहां कोई एक्सीडेंट हुआ है। रोमेश ने वहां खड़े एक सज्जन से जब इसके बारे में पूछा तब उन्होंने बताया कि दुर्घटना रेड लाईट क्रॉसिंग की वजह से हुई थी। रोमेश को बहुत बुरा लगा उसने सोचा कि हर चैराहे, हर मोड़, स्कूल-कॉलेज, घर आदि सभी जगहों पर जब सड़क पर चलने के नियम कायदों का पालन करने के बारे…

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बकरा और ब्राह्मण

-विष्णु शर्मा- किसी गांव में सम्भुदयाल नामक एक ब्राह्मण रहता था। एक बार वह अपने यजमान से एक बकरा लेकर अपने घर जा रहा था। रास्ता लंबा और सुनसान था। आगे जाने पर रास्ते में उसे तीन ठग मिले। ब्राह्मण के कंधे पर बकरे को देखकर तीनों ने उसे हथियाने की योजना बनाई। एक ने ब्राह्मण को रोककर कहा, पंडित जी यह आप अपने कंधे पर क्या उठा कर ले जा रहे हैं। यह क्या अनर्थ कर रहे हैं? ब्राह्मण होकर कुत्ते को कंधों पर बैठा कर ले जा रहे…

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परोपकार का फल

तेज हवा चल रही थी। एक बूढ़े आदमी के सिर से टोपी उड़ गई और एक पेड़ की टहनी पर लटक गई। रास्ते पर आते-जाते हर आदमी से वह बूढ़ा आदमी मदद मांगने लगा। दूर से आता हुआ आयुष यह सब देख रहा था। वह बूढ़े आदमी की मदद करना चाहता था। वह टहनी से टोपी को उतारने की कोशिश करने लगा। बूढ़ा व्यक्ति अब भी राह चलते व्यक्तियों से मदद मांग रहा था। आयुष स्काउट गाइड का भी स्टूडेंट था। इसलिए उसने आसपास पड़ी सूखी घास इकट्ठा की और…

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