एक स्टडी की मानें तो बच्चों के खाने में नखरों से परेशान पैरंट्स उन पर या तो प्रेशर डालते हैं या उन्हें लालच देते हैं। ऐसा करने से बच्चे की आदतें और बिगड़ सकती हैं और वे अनहेल्दी खाने में रुचि दिखा सकते हैं जिससे उनका वजन बढ़ता है। उनकी यह आदत सुधारने के लिए आप यहां बताए टिप्स अपना सकते हैं। -बच्चे जब छोटे हों तभी से उन्हें जितने ज्यादा न्यूट्रिशनल फूड दे दें ताकि उन्हें बढ़ने में जिन जरूरी पोषक तत्वों की जरूरत हो वे मिल सकें। -अगर…
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आंटी की सीख
–पूजा सिंह नौवीं क्लास में आने के बाद मुझे आने वाले बोर्ड एग्जाम के बारे में सोचकर बहुत डर लगता था। इसके पहले सभी क्लास में अच्छे नंबरों से पास हुई थी। अभी तक मैं साइंस की एक किताब ही पढ़ती थी, लेकिन अब तीन किताबें पढ़नी थीं। सामाजिक विज्ञान की तो चार किताबें थीं। मैं पढ़ने बैठती तो मुझे रुलाई आ जाती। मुझे गणित से चिढ़ होने लगी। मैं हर समय दुखी रहती थी। एक दिन मेरे अंकल-आंटी, जो कि मुझसे बहुत प्यार करते हैं, मेरे घर आए। उन्होंने…
Read Moreतितली का संघर्ष
जीव विज्ञान मेरा प्रिय विषय है। एक दिन हमारी जीव विज्ञान की अध्यापिका हमें तितली का जीवन-क्रम पढ़ा रही थीं। वे बता रही थीं कि कीड़े जैसा कैटरपिलर किस तरह रंग-बिरंगी तितली में बदल जाता है। वे एक कैटरपिलर लेकर आई थीं। उन्होंने बताया कि थोड़ी ही देर बाद कैटरपिलर का खोल टूट जाएगा और तितली बाहर निकलने का संघर्ष करके इससे बाहर आ जाएगी। इतना कहकर वे कक्षा से बाहर चली गईं। हम तितली के बाहर आने का इंतजार करने लगे। थोड़ी ही देर बाद तितली खोल से बाहर…
Read Moreबच्चों को अनुशासित बनाने के लिए अपनाएं ये यूजफुल टिप्स
बच्चों की परवरिश के दौरान अनुशासन का सबसे अहम रोल होता है। अनुशासन से ही बच्चों को जिम्मेदार बनाया जा सकता है, इसलिए हर पैरेंट्स की इच्छा होती है कि उनका बच्चा हमेशा अनुशासन में रहे। आप भी अपने बच्चे को अनुशासित रखने के लिए कई प्रयास करती होंगी। इसके लिए कई बार आप अपने बच्चे की गलती पर कठोर भी हो जाती होंगी और उसे सजा भी देती होंगी। लेकिन बच्चों को अनुशासित बनाए रखने के लिए डांटना या सजा देना जरूरी नहीं है। सजा से नहीं मिलता सबक…
Read Moreघर में फालतू पड़े सामान से बनाएं आर्ट पीस
घर में फालतू पड़े सामान से कोई कलाकृति बनाने का काम बड़ा मजेदार होता है। चलो इसमें और भी कुछ जोड़ते हैं। सीखते हैं घर में खाली पड़ी कोल्डड्रिंक की प्लास्टिक की बॉटल से कुछ क्रिएटिव और काम की चीज बनाना। अब बनाओ हम हर बॉटल से एक से आकार की बोल (कटोरी) भी बना सकते हैं और अलग-अलग आकार की भी। इसके लिए बॉटल के आधे से ज्यादा हिस्से को काटकर अलग करना होगा। ऊपर वाला हिस्सा, जहां ढक्कन लगता है वह हमारे काम का नहीं है। नीचे वाले…
Read Moreबाल कहानी : राजा भोज और चतुर बुढ़िया
-गोवर्धन यादव- रात गहरा गई थी और राजा भोज तथा कवि माघ जंगल में भटक रहे थे। उन्हें जंगल से बाहर निकलने का मार्ग सूझ नहीं रहा था। काफी यहां-वहां भटकने के बाद, उन्हें एक स्थान पर दीपक का प्रकाश दिखाई दिया। दोनों रोशनी को देखते हुए आगे बढे। पास पहुंचकर देखा कि वहां एक झोपडी है। उसमें एक बुढ़िया बैठी हुई है। राजा भोज और माघ कवि ने उसे प्रणाम किया और राजा ने पूछा कि यह रास्ता कहां जाता है। बुढ़िया ने कहा- यह रास्ता कहीं नहीं जाता।…
Read Moreबचपन में ही मोटापे पर नियंत्रण आवश्यक है
अधिकतर माता पिता यह मानते हैं कि अगर उनका बच्चा मोटा है, तभी वह स्वस्थ बच्चा है पर शायद वे इस बात से अनजान होते हैं कि जो बच्चे बचपन में मोटे होते हैं, उनके वयस्क होकर मोटे होने की संभावना अधिक होती है। मोटापा कई गंभीर रोगों की जड़ है। मोटापे के फलस्वरूप व्यक्ति को अन्य स्वास्थ्यगत समस्याओं जैसे उच्च रक्तचाप, हृदय रोगों, मधुमेह आदि का सामना भी करना पड़ सकता है। मोटापे का सबसे प्रमुख कारण है आवश्यकता से अधिक खाना। इसके अतिरिक्त आनुवंशिकता भी इसका एक कारण…
Read Moreप्रेरक कथा : कहीं आप किसी निर्दोष को सजा तो नहीं दे रहे हैं?
एक बार की बात है, एक राज्य का एक राजा हुआ करता था, उसके पास एक सुन्दर सा तोता था। वह तोता बड़ा चतुर और बुद्धिमान था इस वजह से ही राजा उससे बहुत खुश रहता था। एक दिन तोता राजा से विनती करने लगा कि उसे अपने माता-पिता से मिलने जाना है। राजा ने तोते की बात मान ली और उससे कहा कि ठीक है पर तुम्हें पांच दिनों में वापस लौटना होगा। वह तोता खूशी-खूशी जंगल की ओर उड़ गया और अपने माता-पिता से मिलकर बहुत खुश हुआ।…
Read Moreबाल कहानी : पढ़ाई की भूख
-ज्ञानदेव मुकेश- चंपक वन के प्राइमरी स्कूल में बच्चे बहुत कम आते थे। वन के राजा शेरसिंह ने जब यह सुना तो उसका माथा ठनका। उसने फौरन अपने सियार मंत्री को स्कूल भेजा और स्कूल की हाजिरी-पंजी मंगवाई। शेर सिंह ने चश्मा चढ़ाकर हाजिरी-पंजी पर सरसरी निगाह घुमाई। स्कूल में कुल मिलाकर 3 सौ बच्चों ने नाम लिखवा रखे थे। मगर उनमें मुश्किल से 50 से 60 बच्चों की हाजिरी बन रही थी। शेर सिंह सियार मंत्री से पूछा, ‘‘बाकी बच्चे क्यों नहीं आते? क्या उन्हें पढ़ाई से मतलब नहीं…
Read Moreइन टिप्स से बच्चों में बढ़ाएं आत्म-सम्मान की भावना
बच्चों में आत्म सम्मान की भावना जगाना पैरंट्स के लिए बहुत जरूरी है। इस पॉजिटिव सेंस को बच्चे में बचपन से ही डालना पड़ता है। पैरंट्स बच्चे के आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए अक्सर उनकी छोटी उपलब्धियों के लिए भी उन्हें चीयर करते हैं जिससे की बच्चें में खुद के लिए सम्मान बढ़े। इसके अलावा बच्चों में खुद को लेकर पॉजिटिव सेंस को बढ़ाने के लिए पैरंट्स और भी कई तरीके अपना सकते हैं। यहां हम आपको लिए 8 टिप्स लेकर आए हैं जिन्हें फॉलो कर के आप बच्चे में…
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