इंटेस्टाइन में रहने वाले एक प्रकार के बैक्टीरिया, जिन्हें हम गट बैक्टीरिया भी कहते ये बाउल कैंसर (आंत्र कैंसर) का कारण भी हो सकते हैं। हाल ही में आए शोध की मानें, तो आंत में एक निश्चित प्रकार के बैक्टीरिया वाले लोगों को आंत्र कैंसर विकसित होने का अधिक खतरा हो सकता है। इंटेस्टेनियल माइक्रोबायम हमारे आंत के भीतर फंग्स, बैक्टीरिया और वायरस का संग्रह है। साथ ही इस बात के प्रमाण और बढ़ रहे हैं कि शरीर में माइक्रोबायोम की संरचना भी इसके पीछे का एक बड़ा कारण हो…
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सर्दियों में भी आंखों के लिए जरूरी हैं धूप के चश्मे
दुनिया के लगभग कुछ ही देश ऐसे हैं, जहां मौसम के चार रूप होते हैं। भारत में चार मौसम का हम आनंद लेते हैं। ये मौसम का ही असर है जो हमारे फैशन व स्टाइल को बदल देते हैं। हर मौसम का अपना फैशन ट्रेंड होता है। सर्दियां बस आने ही वाली हैं ऐसे में हम बात करते हैं सूरज के किरणों की। गर्मियों में, तो हम अपने आंखों को चश्मे से इन नुकसानदायक किरणों से बचा लेते हैं। मगर सर्दियों में हम इन किरणों को नजरअंदाज कर देते हैं।…
Read Moreएसिडिटी में जरूर अपनाएं ये घरेलू नुस्खे
एसिडिटी एक बहुत ही आम समस्या है जो हर दिन किसी ना किसी को होती ही है। जब एसीडिटी होती है तब सीने और छाती में जलन होने लगती है। खाने का सही तरीके से पाचन नही होता है जिससे बाद में घबराहट, खट्टी डकारों के साथ गले में जलन सी महसूस होती है। अगर आपको एसिडिटी, पेट दर्द और गैस जैसी समस्या है तो जरूर आजमांए ये घरेलू नुस्खे और पाएं एसिडिटी से राहत। -खाली पेट रोज सुबह नींबू पानी पियें। इससे आपके पेट में कभी भी एसिडिटी नहीं…
Read Moreअच्छी सेहत चाहिए तो डाल लें ये 10 आदतें
यह बात हम सब जानते हैं कि स्वास्थ्य से बड़ी कोई भी चीज नहीं होती। अगर शरीर स्वस्थ है तो सब कुछ अच्छा लगता है, वरना कुछ भी अच्छा नहीं लगता। इसलिए स्वस्थ रहने के लिए कुछ आवश्यक बातों का ध्यान रखना चाहिए जो निम्नलिखित हैं। -कहीं भी बाहर से घर आने के बाद, किसी बाहरी वस्तु को हाथ लगाने के बाद, खाना बनाने से पहले, खाने से पहले, खाने के बाद और बाथरूम का उपयोग करने के बाद हाथों को अच्छी तरह साबुन से धोएं। -घर में सफाई पर…
Read Moreदांतों को ठंडा गर्म लगने से बचाने के उपाय
आज की बदलती हुई जीवन शैली में फास्ट फूड संस्कृति काफी तेजी से विकसित हो रही है। बच्चे, बड़े और बूढ़े सभी चटकारे ले लेकर बर्गर, नूडल्स, आइसक्रीम, चाकलेट्स, टाफियां आदि का सेवन कर रहे हैं। इन खाद्य पदार्थों के सेवन से जीभ को तृप्ति तो जरूर मिलती है लेकिन लोगों को मालूम नहीं है कि वे इन खाद्य-पदार्थों का सेवन करके अनजाने में मसूड़ों और दांतों की बीमारियों को आमंत्रित कर रहे हैं। आज 4-5 वर्ष के बच्चे भी गंभीर मसूड़े के रोगों का शिकार हो रहे हैं। रोगग्रस्त…
Read Moreएक्सरसाइज की सही रूप से प्लानिंग भी है जरुरी
हाइपोथायरॉयडिज्म या असक्रिय थायरॉयड के कारण थकान, जोड़ों में दर्द, धड़कनों का अनियमित हो जाना और डिप्रेशन जैसे लक्षण नजर आते हैं। इसकी वजह से पूरे मेटाबॉलिज्म पर प्रभाव पड़ता है और इससे वजन बढ़ने की आशंका और तेज हो जाती है। दवाओं के साथ एक्सरसाइज का भी सही डोज मिले तो हाइपोथायरॉयडिज्म से जुड़े लक्षणों को दूर करने में काफी हद तक मदद मिल सकती है। साथ ही साथ कार्डियोवेस्कुलर हेल्थ में भी सुधार होता है। धड़कनें होंगी नियमित:-यदि हाइपोथायरॉयडिज्म का इलाज ना कराया जाए तो थायरॉयड हॉर्मोन का…
Read Moreपौष्टिकता से भरपूर है अखरोट
अखरोट केवल साधारण खाद्य नहीं है बल्कि स्वास्थ्य एवं चिकित्सीय दृष्टि से इसे असाधारण भी कहा जा सकता है। अखरोट समूल ही बहुपयोगी है। यदि अखरोट की जड़ें या अंकुर चबाएं तो मृत्यु तक दांत टस से मस नहीं होते। अखरोट की रसीली पत्तियों का रस बहुत स्वास्थ्यवर्धक माना जाता है। आयुर्वेद में अखरोट की पत्तियों का कई तरह से उपयोग किया जाता है। इसकी रसीली पत्तियों को 2 से 3 घंटे तक पानी में उबाल कर जो द्रव निकाला जाता है उसका प्रयोग कहीं चाय के रूप में किया…
Read Moreकेले में है कई पौष्टिक गुणों का खजाना
मूसासी परिवार का सदस्य केला बहुत प्राचीन फल है। 326 ईसा पूर्व में सिंधु घाटी में केले का उल्लेख मिलता है। इसका वनस्पति नाम मूसा पारादिसिआका लिनिअस है। हमारे देश में यह सर्वत्र तराई वाले स्थानों, मंदिरों, धार्मिक स्थानों में खूब मिलता है। मांगलिक कार्यों में इसकी बड़ी उपयोगिता है। यह धार्मिक कृत्यों तोरण, वेदिका मंडप आदि की सजावट में काम आता है। अन्य फलों की अपेक्षा केला बहुत पौष्टिक होता है परन्तु आमतौर पर लोग इसके गुणों से अनभिज्ञ होते हैं क्योंकि यह बहुतायत में मिलता है। केले में…
Read Moreबैठने वाली जॉब करने वाले जरूर करें ये योगासन, नहीं होंगी रीढ़ की हड्डी की समस्याएं
जैसे-जैसे तकनीक विकसित होती जा रही है, बहुत सारे काम अब एक ही जगह बैठकर किए जाने लगे हैं। इसी तरह पढ़ने वाले स्टूडेंट्स, दुकानदार और डेस्क डेस्क जॉब वाले लोगों को दिनभर एक ही जगह बैठे-बैठे काम करना पड़ता है। काम के दबाव के कारण न तो अपनी फिटनेस के बारे में सोचने का वक्त होता है और न ही जिम जाकर एक्सरसाइज करने का समय होता है। ऐसे में देखा गया है कि थोड़े समय बाद इन लोगों में पीठ दर्द, कमर दर्द, कंधा दर्द या कोहनी और…
Read Moreपेट की मांसपेशियों को मजबूत करता है भुजपीड़ासन योग
डॉक्टर्स मानते हैं कि शरीर के ज्यादातर रोगों का कारण हमारे पेट की गड़बड़ी होती है। पेट की मांसपेशियों की मजबूती के लिए भुजपीड़ासन बहुत फायदेमंद आसन है। इस आसन के नियमित अभ्यास से शरीर में लचीलापन आता है और अंगों में रक्त का प्रवाह बेहतर होता है। इसके अलावा इस आसन की खास बात ये है कि इसके नियमित अभ्यास से आप पेट की सभी बीमारियों जैसे- कब्ज, बदहजमी, गैस और पेट पर जमा चर्बी की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। आइए आपको बताते हैं कैसे कर सकते…
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