रांची। झारखंड के धनबाद लोकसभा क्षेत्र कांग्रेस उम्मीदवार कीर्ति आजाद झा ने वित्त मंत्री अरूण जेटली को नाग करार दिया है। उन्होंने कहा कि अरूण जेटली वह नाग है, जो देश की अर्थव्यवस्था पर कुंडली मार के बैठा है। आजाद गुरूवार को रांची स्थित कांग्रेस भवन में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मेरी घर वापसी हुई है। अपने पूर्वजों की धरती पर आया हूं। गोड्डा का बेटा हूं, मेरे पिता भगवत झा आजाद, एकीकृत बिहार के मुख्यमंत्री थे। ईमानदार, कर्तव्यनिष्ट, संघर्षशील मुख्यमंत्री का बेटा होने का गौरव है। 1982 से 1993 तक 11 वर्षो तक बोकारो में रोजी-रोटी के लिए नौकरी किया। कपिलदेव के नेतृत्व में 1983 में वर्ल्ड कप क्रिकेट जीतने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था। धनबाद आता जाता रहा हूं, वहां के लोगों की समस्या से अवगत हूं। उन्होंने कहा कि धनबाद लोकसभा क्षेत्र से वह 20 अप्रैल को नामांकन पत्र दाखिल करेंगे।उन्होंने कहा कि वर्ल्ड कप के बाद दिल्ली से विधायक रहा, दरभंगा से तीन बार सांसद रहा। उन्होंने कहा कि न खाउंगा न खाने दूंगा के मोदी के जुमले से प्रभावित होकर मोदी को समर्थन दिया था, लेकिन वित्त मंत्री अरूण जेटली ने दिल्ली क्रिकेट एसोसिएशन संघ में 400 करोड रूपया का घोटाला किया। गिद्ध की तरह भारत की जनता के खजाने पर बुरी नजर डाले हुए हैं, घोटाले के संदर्भ में पूरे दस्तावेज के साथ मैने मोदी और अमित शाह से मिला था, लेकिन अरूण जेटली के उपर आरोप लगाना उनको नागवार गुजरा। उन्होंने कहा कि मेरे लिये यह सौभाग्य की बात है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मुझे मेरे कर्म भूमि में काम करने के लिए भेजा है। जिस तरह से कांग्रेस के कार्यकर्ता धनबाद की जनता का समर्थन मिल रहा है और भाजपा को चुनौती देने के लिए महागठबंधन का मुझे उम्मीदवार बनाया गया है। मुझे पूरा यकीन है कि धनबाद की जनता का आशीर्वाद मुझे मिलेगा और मैं संसद में धनबाद और झारखंड का आवाज बनूंगा। केन्द्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि 2014 के मोदी के वादे पर एक भी काम पूरा नहीं हुआ। अब जनता दोबारा उनके जुमले पर भरोसा कैसे करेगी। उन्होंने कहा कि न तो स्मार्ट सिटी बने, न ही बुलेट ट्रेन चले, जिस प्रकार देश में बेरोजगारी बढ़ी है उससे देश का भविष्य का निर्माण कैसे होगा। राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा था कि दिसम्बर 2018 तक सभी घर को बिजली दिया जाएगा और 24 घंटे जीरो कट बिजली होगी, नहीं तो मैं वोट मांगने नहीं जाउंगा। नैतिकता तो यही कहती है कि मुख्यमंत्री को जनता के बीच वोट मांगने नहीं जाना चाहिए। जिस प्रकार झारखंड में जमीन लूट का उद्योग खोला गया है। इससे यह साफ होता है कि भाजपा अपने उद्योगपति मित्रों को भोलेभाले झारखंड के आदिवासियों की जमीन छीनकर देना चाहती है। आज झारखंड में रोजगार एवं जल जंगल एवं जमीन की लड़ाई मुख्य मुद्दा है। झारखंडवासियों को आज पलायन के लिए विवश होना पड़ रहा है। प्रेसवार्ता में कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, राजेश ठाकुर, अशोक चौधरी, आलोक कुमार दुबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव, सुलतान अहमद, डॉ. राजेश गुप्ता, एम तौसीफ, कुमार राजा, शकील अहमद अंसारी मौजूद थे।
This post has already been read 7407 times!