कोई रास्ता निकालना चाहिये इस तरह से अचानक से तोड़ने से कितने लोग सड़क पर आ जाएंगे

Bokaro : सेक्टर चार के नेक्सा शोरूम को खाली कराने गई बीएसएल के अधिकारियों व पुलिसकर्मियों के साथ झड़प हो गई. माहौल काफी तनावपूर्ण हो जाने के बाद बीएसएल प्रबंधन और मजिस्ट्रेट बिना किसी कार्रवाई के ही लौट गए ।सेक्टर चार के सिटी सेंटर में अवैध रूप से निर्मित एक कार शोरम को हटाने के दौरान बीएसएल के कर्मचारी , पुलिस के जवान और शोरूम के कर्मचारी आपस में भिड़ गए । एक तरफ से पत्थरबाजी हुई तो दूसरी तरफ से लाठियां भांजी गई । इस दौरान शोरूम की एक महिला कर्मचारी और एक होमगार्ड के जवान घायल हो गए हैं । दोनों को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में एडमिट कराया गया है । हालांकि भारी विरोध के बाद बीएसएल के अधिकारी व पुलिस के जवान को वापस लौटना पड़ा है।

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इस दौरान शोरूम के मैनेजर ने बताया कि मामला अभी हाईकोर्ट के डबल बेंच में चल रहा है। बिना फैसले इंतजार किए इस तरह तोड़ने के लिए आना किसी तरह जायज नहीं है ।नही कोई सूचना दिया गया अचानक से तोड़ने के लिए चले आये । ये बिलकुल गलत है। बीएसएल को कोई रास्ता निकालना चाहिये इस तरह से अचानक से तोड़ने से कितने लोग सड़क पर आ जाएंगे। वहीं इस बारे में मजिस्ट्रेट और बीएसएल प्रबंधन कुछ भी कहने से बचते रहे । शो रूम प्रबंधन और बीएसएल प्रबंधन के बीच काफी देर तक नोक – झोंक होते रही ।

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क्या है विवाद का पूरा मामला

दरअसल, जहां शोरूम बना हुआ है वह हिंदुस्तान ऑटो एजेंसी के गोपाल लोधा को बीएसएल की तरफ से गाड़ी की पार्किंग के लिए दिया गया था लेकिन नियमों का उल्लंघन कर उस पर शोरूम बना लिया गया है । बोकारो स्टील प्रबंधन इसका लगातार विरोध रहा था । विरोध के बाद मामला पहले संपदा न्यायालय में चला। यहां के बाद हाईकोर्ट पहुंचा । दोनों जगह शोरूम के मालिक जब केस हार गए हैं ।अब बीएसएल प्रबंधन इस अवैध निर्माण को तोड़ना चाहता है । लेकिन शोरूम में काम कर रहे दर्जनों कर्मचारियों को डर है कि कोविड-19 महामारी में अगर इस तरह से अचानक शोरूम को तोड़ दिया जाएगा ।तो कर्मचारी बेरोजगार हो जाएंगे । इसी के खिलाफ वे हाथों में तख्ती लेकर विरोध कर रहे थे । वे शोरूम नहीं तोड़ने की गुहार लगा रहे थे।

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