रामगढ़ । रामगढ़ जिले के कुख्यात अपराधी गिरोह धनंजय प्रधान के ग्रुप ने सनसिटी इंटरप्राइजेज से रंगदारी मांगी थी। इस बात का खुलासा पुलिस की जांच रिपोर्ट में हुआ है। रामगढ़ थाना पुलिस ने इस प्रकरण में तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इनमें भुरकुंडा थाना क्षेत्र के शास्त्रीनगर निवासी अजय राम, भदानीनगर ओपी क्षेत्र के देवरिया बड़गांव निवासी राजीव रंजन और हजारीबाग जिले के बड़कागांव थाना क्षेत्र के नापोखुर्द निवासी संदीप कुमार हैं। इस संबंध में रामगढ़ एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि धनंजय प्रधान ग्रुप के सक्रिय सदस्य के रूप में काम कर रहे अजय राम ने सनसिटी इंटरप्राइजेज को टारगेट किया था। उसने रामगढ़ जिले में बिजली विभाग के लिए अंडरग्राउंड वायरिंग का काम कर रही कंपनी के अधिकारियों का नंबर निकलवाया। उसने सीधे तौर पर फोन पर जान से मारने की धमकी दी।
कंपनी के मैनेजर को कई बार फोन किया। आखिरी कॉल 19 सितम्बर को की गई थी। इस मामले में सनसिटी इंटरप्राइजेज के मैनेजर गजेंद्र सिंह राव ने पुलिस को इस पूरे मामले की जानकारी दी। उनके बयान पर रामगढ़ थाने में 253/19 केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू की गई। इस मामले में लगभग दो दर्जन लोगों से पूछताछ की गई। इस मामले में मास्टरमाइंड का काम कर रहे अजय राम को भुरकुंडा के जवाहर नगर से गिरफ्तार किया गया।
अजय राम ने पुलिस को बताया कि वह धनंजय प्रधान के लिए ही काम करता है। उसने बड़कागांव, उरीमारी, पतरातू, भुरकुंडा और रामगढ़ जिले में कई कंपनियों को टारगेट किया था। उन सभी से उसने रंगदारी मांगी थी। वह पिछले कई वर्षों से यह काम कर रहा है। कई लोगों से उसने रंगदारी वसूली भी है। अजय राम के साथ काम कर रहे राजीव रंजन रंगदारी का पैसा लाने का काम करता था। अपने गिरोह के सरगना को वह रुपये भी पहुंचाता था। जिन स्थानों पर धमकी देने की बात होती थी, वहां वह संदीप कुमार को भेजता था।
कई अन्य अपराधियों के लिए हो रही है छापेमारी
इस मामले में रामगढ़ थाना प्रभारी विपिन कुमार ने बताया कि अजय राम और उसके साथ दो अन्य लोगों को जेल भेजने के बाद 3 और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। लगभग 6 लोगों ने मिलकर इस वारदात को अंजाम देने की कोशिश की थी।
दो प्रतिशत की मांगी गई थी रंगदारी
विदित हो कि सनसिटी इंटरप्राइजेज से अपराधियों ने 2 प्रतिशत की रंगदारी मांगी थी । अपराधियों ने लगभग 300 करोड़ का इस काम के होने का आकलन लगाया था। इस प्रकरण में कंपनी के मैनेजर गजेंद्र सिंह राव ने अपराधियों को यह कह कर बहला दिया था कि वह कंपनी के सिर्फ एक मुलाजिम है। इसके लिए उन्हें कंपनी के मालिक से बात करनी होगी। इस बात को लेकर अपराधियों ने उन्हें कुछ वक्त भी दिया था । 19 सितम्बर को अपराधियों ने यह कहा था कि अगर उन्हें यह रंगदारी की रकम नहीं मिली तो उनकी कंपनी रामगढ़ जिले में काम नहीं कर पाएगी।
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