कोडरमा। जिले के झुमरी तिलैया में बागे अल्ट्रासाउंड सेंटर पर गुरुवार को जांच टीम ने छापेमारी की। इस अल्ट्रासाउंड सेंटर के खिलाफ भ्रूण जांच की गोपनीयता भंग करने की शिकायत लगातार मिल रही थी। जांच के लिए पहुंची पीसीपीएंडडीटी एक्ट की राज्यस्तरीय टीम अल्ट्रासाउंड सेंटर के रेकॉर्ड खंगाल रही है। भ्रूण जांच के लिए चर्चित कोडरमा जिले में तीन महीना के बाद एक बार फिर पीसीपीएनडीटी की राज्य स्तरीय टीम ने झुमरीतिलैया में धावा बोला है।
शहर के राजगढ़िया रोड स्थित बागे अल्ट्रासाउंड केंद्र में सुबह 9 बजे ही इस टीम ने छापेमारी की, तब तक क्लीनिक के रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर सुबोध बागे क्लीनिक नहीं पहुंचे थे। लेकिन उनके सहयोगी कर्मचारी व कुछ मरीज केंद्र में मौजूद थे। टीम ने पहुंचते ही यहां कागजातों की जांच शुरू की और मरीजों-कर्मियों से पूछताछ भी की। ज्ञात हो कि गत 27 मई को भी पीसीपीएनडीटी एक्ट की राज्य स्तरीय टीम ने झुमरीतिलैया के धनवंतरी अल्ट्रासाउंड केंद्र में छापामारी कर रेडियोलॉजिस्ट डॉ सीमा मोदी एवं एक महिला बिचौलिया को भ्रूण जांच के आरोप में पकड़ा था।
मामले में दोनों की गिरफ्तारी भी हुई थी। करीब तीन महीना तक जेल में रहने के बाद दोनों की जमानत उच्च न्यायालय से हुई है। हांलाकि इस मामले में जांच टीम की बाद में फजीहत भी हुई थी, जब जिस महिला की जांच के नाम पर कार्यवाई हुई थी उसने लड़का को जन्म दिया था। यह भी आरोप लगा था कि गलत आरोप लगाकर चिकित्सक को मामले में फंसाया गया था। इधर फिर हुई कार्रवाई से लोग सकते में है। कोडरमा में बड़े पैमाने पर कन्या भ्रूण हत्या की शिकायतें जिला प्रशासन को मिलती रही है। जिला प्रशासन के द्वारा इसकी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी गई है। साथ ही रिपोर्ट में कई अल्ट्रासाउंड केंद्रों को चिन्हित कर इनकी भूमिका को संदिग्ध बताया गया था। माना जा रहा है कि इसी के आधार पर उक्त कार्रवाई हो रही है। टीम के साथ कोडरमा के कार्यपालक दंडाधिकारी संतोष सिंह भी शामिल थे।
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