रांची। झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) महासचिव बंधु तिर्की ने कहा कि पार्टी के प्रधान महासचिव प्रदीप यादव पर लगाया गया यौन उत्पीड़न का आरोप पूरी तरह बेबुनियाद है। यह बड़े कॉरपोरेट घरानों और राज्य सरकार की मिलीभगत से प्रदीप यादव व पार्टी के चरित्र हनन की साजिश है। तिर्की शनिवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदीप यादव अकेले ऐसे शख्स हैं, जो राज्य में बड़े कॉरपोरेट घरानों के खिलाफ लगातार लंबी लड़ाई लड़ते रहे हैं। इसी जनहित की लड़ाई के कारण उन्हें पांच माह तक सलाखों के पीछे भी रहना पड़ा है। उन्होंने कहा कि चुनाव के वक्त ऐसे मामले का सामने आना ही अपने आप में इस बात का पुख्ता प्रमाण है कि यह चुनावी और राजनीतिक साजिश का हिस्सा है। उन्होंने आरोप लगाया कि गोड्डा लोकसभा चुनाव में इनकी जीत सुनिश्चित देख गोड्डा के स्थानीय सांसद निशिकांत दूबे ने इस प्रकार की घिनौनी साजिश रची है। उन्होंने कहा कि जिस महिला ने प्रदीप यादव पर झूठा आरोप लगाया है, वह सारठ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की चाहत पाल रखी थी, लेकिन कुछ माह पूर्व सारठ के कद्दावर नेता चुन्ना सिंह के झाविमो में शामिल होने के बाद उस महिला का यह सपना पूरा होता नहीं दिख रहा था। इसी कारण वह महिला प्रदीप यादव पर बेबुनियाद आरोप लगा रही है। उन्होंने कहा कि गुजरते वक्त के साथ सारी सच्चाई सामने आ जायेगी।
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