हुनर की मांग पूरी दुनिया में, युवा पीढ़ी हुनरमंद बने
रघुवर दास ने बताया कि हुनर की मांग पूरी दुनिया में है. इस निमित्त राज्य की युवा पीढ़ी को प्रशिक्षित कर उन्हें स्वावलंबी बनाना भी सरकार का लक्ष्य है। गरीब होने की सोच को बदलना होगा। सुखी संपन्न होने के लिए आपको डिग्री के साथ-साथ हुनरमंद होना भी जरूरी है. रोजगार नहीं मिलने की स्थिति में आप खुद अपने पैरों पर खड़ा हो आर्थिक स्वावलंबन का मार्ग प्रशस्त कर सके।
पलायन रोकना है हमारी प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड से लोग काम की तलाश में पलायन करते हैं, इसमें बच्चियां भी शामिल रहती है. जहां काम के दौरान उनका शारीरिक और मानसिक शोषण भी होता है. सरकार का लक्ष्य है पलायन रुके। इस निमित्त राज्य की बच्चियों को खासकर आदिवासी व दलित समाज की बच्चियों को प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार और स्वरोजगार से आच्छादित किया जा रहा है। रांची में 16 करोड़ की लागत से कौशल कॉलेज का उद्घाटन हुआ. जहां 350 बच्चियां विभिन्न ट्रेड में प्रशिक्षण ले स्वावलंबन की ओर अग्रसर होंगी. इनमें 80% बच्चियां आदिवासी और दलित समाज से आती है. कपड़ा उद्योग में कई प्रशिक्षण प्राप्त बच्चियों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है।
अतिरिक्त आय के लिए स्कूल का ड्रेस बनाएंगी महिलाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के स्कूलों में पढ़ाई कर रहे करीब 40 लाख बच्चों के स्कूल यूनिफॉर्म का निर्माण भी अब प्रशिक्षण प्राप्त महिलाओं के जरिए कराया जाएगा, ताकि नारी शक्ति के लिए अतिरिक्त आमदनी की व्यवस्था हो सके। आज वितरित की जा रही सिलाई मशीन का उपयोग आप इस दिशा में कर सकेंगी। साथ ही प्रशिक्षण प्राप्त महिलाएं अपना व्यवसाय प्रारंभ करने के लिए मुद्रा योजना के तहत बैंक से लोन ले सकती है। इस कार्य में सरकार आपकी मदद को तत्पर है।
इस अवसर पर खादी बोर्ड के सलाहकार जोगेश मल्होत्रा, खादी ग्राम बोर्ड के सदस्य कुलवंत सिंह बंटी, राज्य अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष गुरदेव सिंह राणा, संजीव सिंह, चंद्रशेखर मिश्रा व अन्य उपस्थित थे।
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