संथाल परगना के रेलवे स्टेशनों पर संथाली भाषा में हों सूचनाएं : रघुवर दास

रांची ।  मुख्यमंत्री रघुवर दास ने रेलमंत्री से संथाल परगना के सभी छह जिलों और पूर्वी सिंहभूम जिला के रेलवे स्टेशनों पर संथाली भाषा की ओलचिकी लिपि में सूचनाएं प्रेषित करने का अनुरोध किया हैं।
दास ने बुधवार को इस संबंध में रेलमंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखा हैं। इसमें उन्होंने राज्य के संथालपरगना क्षेत्र के सभी छह जिलों और कोल्हान प्रमंडल के पूर्वी सिंहभूम जिला के अंतर्गत पड़ने वाले रेलवे स्टेशनों पर आम सूचना की उद्घोषणा हिंदी के साथ संथाली भाषा में भी किए जाने का अनुरोध किया हैं। साथ ही सूचना पट्ट पर ओलचिकी लिपि में भी रेलवे स्टेशन का नाम सहित अन्य आम सूचना प्रदर्शित करने का आग्रह किया है। इससे न केवल संथाली भाषा-भाषी जनता को सुगमता से सूचना ग्राह्य होगी बल्कि, उनमें अपनी भाषा के प्रति गौरव का भी बोध होगा।
मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में लिखा है कि श्रद्धेय स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेयी के प्रधानमंत्रित्व काल में संथाली भाषा को संविधान की अष्टम सूची में सम्मिलित किया गया है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने झारखंड के संथालपरगना क्षेत्र के सभी छह जिलों दुमका, देवघर, पाकुड़, गोड्डा, जामताड़ा और साहिबगंज तथा कोल्हान क्षेत्र के पूर्वी सिंहभूम जिला में संथाल जनजाति समुदाय की बड़ी जनसंख्या को देखते हुए इन जिलों में स्थित सभी सरकारी कार्यालयों/ विद्यालयों के नाम संथाली भाषा की लिपि ओलचिकी में भी लिखे जाने का निर्देश दिया है, ताकि संथाली भाषा-भाषी जनता को कठिनाई नही हो और वे भी सुगमता से कार्यालयों/ विद्यालयों की पहचान कर सकें।

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