मुंबई। बीते सप्ताह कच्चे तेल में तेजी, विदेशी पूंजी निवेश में गिरावट और डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी के बीच भारी बिकवाली के कारण घरेलू शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुए। साप्ताहिक आधार पर, सेंसेक्स 737.53 अंकों या 2.02 फीसदी की गिरावट के साथ 35,808.95 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 219.20 अंकों या 2 फीसदी की गिरावट के साथ 10,724.40 पर बंद हुआ। सोमवार को शेयर बाजार की नकारात्मक शुरुआत हुई और सेंसेक्स 151.45 अंकों या 0.41 फीसदी की गिरावट के साथ 36,395.03 पर बंद हुआ। मंगलवार को भी गिरावट रही और सेंसेक्स 241.41 अंकों या 0.66 फीसदी की गिरावट के साथ 36,153.62 पर बंद हुआ। बुधवार को सेंसेक्स 119.51 अंकों या 0.33 फीसदी की गिरावट के साथ 36,034.11 पर बंद हुआ। गुरुवार को बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर जारी रहा और सेंसेक्स 157.89 अंकों या 0.44 फीसदी की गिरावट के साथ 35,876.22 पर बंद हुआ। शुक्रवार को सेंसेक्स 67.27 अंकों या 0.19 फीसदी की गिरावट के साथ 35,808.95 पर बंद हुआ। बीते सप्ताह सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में – यस बैंक (25.11 फीसदी), टाटा मोटर्स (6.48 फीसदी), एनटीपीसी (3.18 फीसदी) और आईटीसी (1.36 फीसदी) प्रमुख रहे। सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे -महिंद्रा एंड महिंद्रा (8.08 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (7.85 फीसदी), स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (7.75 फीसदी) और ओएनजीसी (5.85 फीसदी)। आर्थिक मोर्चे पर, देश के फैक्टरी उत्पादन में पिछले साल दिसंबर में गिरावट दर्ज की गई और इसकी वृद्धि दर 2.4 फीसदी रही। जबकि साल 2017 के इसी महीने में इसकी वृद्धि दर 7.3 फीसदी थी। हालांकि माह-दर-माह आधार पर औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में समीक्षाधीन माह में बढ़ोतरी हुई है, जो कि नवंबर 2018 में 0.32 फीसदी थी। देश के सामान के निर्यात में जनवरी में साल-दर-साल आधार पर 3.74 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी 2019 में देश का निर्यात बढ़कर 26.36 अरब डॉलर रहा, जो कि साल 2018 के इसी महीने में 25.41 अरब डॉलर था। देश की थोक कीमतों पर आधारित सालाना महंगाई दर जनवरी 2019 में घटकर 2.76 फीसदी हो गई, जोकि जनवरी 2018 में 3.02 फीसदी थी। वैश्विक मोर्चे पर, चीन के निर्यात में पिछले महीने अप्रत्याशित वृद्धि दर्ज की गई, जोकि पिछले साल जनवरी की तुलना में 9.1 फीसदी अधिक रही, जबकि दिसंबर में इसकी वृद्धि दर में 4.4 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी। अमेरिका में खुदरा बिक्री में दिसंबर में 1.2 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई, जो कि 2009 के बाद से किसी एक महीने में सबसे बड़ी गिरावट है।
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