Madhubani : रबी अल-अव्वल शरीफ़ की 12 तारीख़ चल रही है। इसी महीने की 12 तारीख़ को मुसलमानों के आखरी पैगंबरहज़रत मुहम्मद(सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) के जन्मदिवस के अवसर पर, पूरे देश में जलुसे मुहम्मदी निकाला जाता है। इस बार यह जुलूस 28 सितंबर को निकलेगा। इस संबंध में अंजुमन कारवां मिल्लत वेलफेयर ट्रस्ट की ओर से अहल-ए-सुन्नत के उलेमा और शहर के बुद्धिजीवियों की एक विशेष बैठक मुहल्ला फैजुल्ला खां में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता हजरत मौलाना अल्हाज अब्दुल अल्लाम मिस्बाही कर रहे थे। मीटिंग में तशरीफ लाए मौलाना रजाउल मुस्ताफा मिस्बाही मौलाना हशमत रजा मिस्बाही मौलाना राशिद खान हाफिज डॉ. कामरान अहमद खान डॉ. अब्दुल सलाम खान मुन्ना गुलाम मुहम्मद नूरी उमर खान शम्सुजुहा खान विक्की टीटी बाबू गुलाब अंसारी मौलाना खालिद रजा कादरी मौलाना बशीरूल होदा गुलाम मुहम्मद नियाज आलम इंजीनियर गनी हैदर खान शाहिद खान इरशाद खान डॉ अहमद रहमानी मुन्ना खान मंजरुल इस्लाम सोनू शौकत अंसारी मौलाना अमन नवाज खान रौशन अली अयाज़ अहमद अंसारी मौलाना फैसल बरकाती कैसर अली वगैरह ने उन तमाम जुलूस निकालने वाले मुहल्ले वालों से विशेष अनुरोध किया है कि हम उस पैगम्बर के मानने वाले है जिन्होंने हमें नैतिकता का संदेश दिया और सभ्यता में रहना सिखाया, इसलिए हम सभी अपनी जिम्मेदारी समझते हुए हर मोहल्ले के जिम्मेदार लोग जलुस में पैदल चले इस्लामी झंडा इस्लामी पोशाक पहनकर दरूद शरीफ पढ़ते हुए जुलूस में शामिल हों। . जुलूस में डीजे साउंड और म्यूजिक वाली नात बजाकर जुलूस में शोर शराबा और हुड़दंगी ना करें ये सख़्त गुनाह है और शरीयत के खिलाफ़ है दरभंगा शहर के ज्यादातर लोगों को आपत्ति है कि जुलूस में डीजे साउंड सख्ती से बंद होना चाहिए. रियाज खान कादरी, अध्यक्ष अंजुमन कारवान मिल्लत वेलफेयर ट्रस्ट ने सभी मस्जिदों के इमामों, अहल-ए-सुन्नत के उलेमा से विशेष अनुरोध किया है कि वे मस्जिदों में घोषणाओं के माध्यम से, मिलाद शरीफ की सभाओं के दौरान अपने तकरीर के दौरान, लोगों को समझाएं कि वो जुलूस में दरूद शरीफ पढ़ते हुए नारा लगाते हुए इस्लामी लिबास पहन कर इसलामी झण्डा ले कर सर पे टोपी या इमामा शरीफ़ लगा कर जलूस में शामिल हो किसी दूसरे धर्म के खिलाफ भी कोई अभद्र भाषा का इस्तेमाल न करें यह गलत है अंजुमन कारवाने मिल्लत वेलफेयर ट्रस्ट ने उन लोगो से विकास गुजारिश किया है कि जो जुलूस में आकर सिर्फ अपना चेहरा चमकाने की कोशिश करते हैं आगे आगे आकर जुलूस के माहौल को खराब करने की कोशिश करते हैं वह भी अदब एहतेराम के साथ जलूस में चलें अंजुमन कारवाने मिल्लत वेलफेयर ट्रस्ट की कोशिश होगी हर मोहल्ले में जाकर लोगों को समझाने की पूरी कोशिश करेंगे के जलूसे मुहम्मदी में डीजे साउंड का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करेंगे
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