भदोही में पटाखा कारोबारी के मकान में भीषण विस्फोट, 13 की मौत

-विस्फोट से तीन किलोमीटर दूर तक तक थर्रा गया पूरा गांव
-लापरवाही के चलते चौरी थानाध्यक्ष और चौकी इंचार्ज निलम्बित
-तीनों घरों की दीवारें लगभग 400 मीटर दूर गिरकर टुकड़ों में बिखर गईं

वाराणसी/भदोही। भदोही जिले के चौरी रोटहा गांव में शनिवार को पटाखा व्यापारी के घर में विस्फोट हो गया जिससे पूरा मकान और इससे सटे दो अन्य मकान भी ध्वस्त हो गये। मकानों के मलबे में दबकर 13 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और आधा दर्जन से अधिक लोग जख्मी हो गये। हादसे से पूरे गांव में हड़कंप और चीख पुकार मच गई। ग्रामीणों ने मलबे से 13 शवों के साथ आधा दर्जन से अधिक घायलों को निकाल लिया। इस मामले में एसपी भदोही ने चौरी थानाध्यक्ष और चौकी इंचार्ज को निलम्बित कर दिया है। रोटहा गांव में मुस्लिम समुदाय की घनी बस्ती में इरफान मंसूरी का घर है। वह घर पर ही पटाखा बनाने के साथ कालीन बुनवाने का काम करता था। मकान के अगले हिस्से में उसने पटाखों की दुकान भी खोल रखी थी। दोपहर में उसके मकान में पश्चिम बंगाल के बुनकर कालीन की बुनाई कर रहे थे, तभी अचानक मकान में भीषण विस्फोट हुआ जिसकी चपेट में साथ सटे दो और घर भी आ गये। विस्फोट इतना तेज था कि तीनों घरों की दीवारें लगभग 400 मीटर दूर गिरकर टुकड़ों में बिखर गईं। विस्फोट में इंसानी शरीर के मांस भी लोथड़ों में बदल कर बिखर गये। मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि धमाका इतना जोरदार था कि तीन किलोमीटर दूर तक इसकी आवाज सुनाई दी। विस्फोट की तेज आवाज सुनकर पूरा गांव थर्रा उठा। लोग घरों से निकल कर बाहर निकल आये। मकानों के मलबे में दबे लोगों की चीख चुकार सुनकर आस-पास के लोग तत्काल वहां पहुंच गये और पुलिस को सूचना देकर राहत कार्य में जुट गये। हादसे की जानकारी मिलते ही जिले के एसपी राजेश एस. अफसरों के साथ मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू कराया। अफसरों की अगुवाई में राहत कार्य तेज गति से शुरू हो गया। वाराणसी परिक्षेत्र के एडीजी जोन पीवी रामाशास्त्री भी मौके पर पहुंच गये और राहत कार्य पर निगरानी रखकर मलबे में दबे शवों और घायलों को बाहर निकलवाया। इस दौरान ग्रामीणों ने मलबे से 13 शवों के साथ आधा दर्जन से अधिक घायलों को निकाल लिया। वहां के हालात देखकर अफसरों ने बचाव कार्य में वाराणसी से एनडीआरएफ को भी बुला लिया। एनडीआरएफ की टीम ने तत्काल राहत कार्य शुरू कर मलबे में दबे शवों और घायलों को बाहर निकलवाने में काफी मदद की। सड़क पर फैले मलबे को हटाने के लिए जेसीबी बुलायी गईं। पुलिस सूत्रों के अनुसार इरफान ने अपने घर में ही पटाखों की दुकान खोल रखी थी। उसने घर पर बड़ी मात्रा में अवैध तरीके से बारूद या कोई ज्वलनशील पदार्थ जमा कर लिया था। इसी के चलते विस्फोट हुआ है। फोरेंसिक टीम के साथ एटीएस भी मौके पर पहुंच कर छानबीन में जुटी रही। इस मामले में एसपी भदोही ने लापरवाही के चलते चौरी थानाध्यक्ष और चौकी इंचार्ज को निलम्बित कर दिया है। हादसे में मरने वालों में इरफान व बब्बल रोटहा चौरी के निवासी व सलीम अर्जुनपुर चौरी के निवासी हैं। इसके अलावा मृतकों में कलाम, गफ्फार, आजाद, इशराफिल, आलम, मुसौवर, सुकरन, शनि, कादिर व अताउर हैं। ये सभी मालदा इनायत पश्चिम बंगाल के निवासी हैं जो पेशे से बुनकर हैं और इरफान मंसूरी के घर पर कालीन की बुनाई का कार्य करते थे।

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