नयी दिल्ली। पाकिस्तान के अमेरिका में पूर्व राजदूत एवं जाने माने लेखक हुसैन हक्कानी ने पाकिस्तान के लोगों को सलाह दी है कि ‘मुख्यधारा और सोशल मीडिया’ में जम्मू कश्मीर के पुलवामा हमले के जरिए आतंकवाद को जायज ठहराने का प्रयास न करे। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के पूर्व मीडिया सलाहकार श्री हक्कानी ने ट्वीट किया, “पाकिस्तान ने आधिकारिक रूप से पुलवामा हमले की निंदा की है लेकिन कई पाकिस्तानी मुख्यधारा और सोशल मीडिया पर आतंकवाद को जायज ठहराने के तर्क देकर पाकिस्तान के आधिकारिक बयान की बची खुची विश्वसनीयता को भी खत्म कर रहे हैं।” श्री हक्कानी फिलहाल दक्षिण और मध्य एशिया के हडसन इंस्टिट्यूट में निदेशक के रूप में कार्यरत हैं। वह वर्ष 2008-2011 तक अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत थे। श्री हक्कानी को पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की सरकार ने इन्हें सरकार की आलोचना करने के लिए निर्वासित कर दिया था। श्री हक्कानी पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टों के प्रवक्ता के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। इसके अलावा श्री हक्कानी ने ‘पाकिस्तान: बिटवीन मास्क्यू एंड मिलिट्री’, ‘मैग्निफिसेंट डिलूशन: पाकिस्तान, द यूनाइटेड स्टेट एंड एेपिक हिस्ट्री ऑफ मिसअंडर्स्टेंडिंग’ और ‘रीइमैजनिंग पाकिस्तान’ जैसी पुस्तकों की रचना की है।
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