रांची: फैजान गौसुल-वोरा कमेटी, सत्तार कॉलोनी, बरियातु के द्वारा शोहदा ए कर्बला 2025 का आयोजन किया गया। फैजान गौसुल-वोरा कमेटी के सचिव आफताब आलम ने बताया कि कॉन्फ्रेंस पांच दिवसीय था। जिसमें बड़े-बड़े उलेमा ने हिस्सा लिया। अजमत सहाबा, इमाम आली का जीवन, फजीलत अहले बैत, मदीना से कर्बला तक का सफर, और इमाम हुसैन की शहादत और कर्बला का संदेश था। शाख दारुल इफ्ता की स्थापना एदारा ए शरिया झारखंड के नाजिम-ए-आला हजरत मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी की सरपरस्ती में मस्जिद आला हजरत अशरफी में की गई। फैजान गौसुल-वोरा कमेटी इसकी देखरेख करेगी। मो आफताब आलम ने कहा कि फैजान गौसुल-वोरा कमेटी मुहर्रम के अवसर पर शोहदा ए कर्बला का आयोजन करती रही है। इस कांफ्रेंस में मुफ्ती महबूब रजा नूरी, हाफिज कारी लुकमान रिजवी, हजरत मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी, मौलाना मो सलमान रजा, मौलाना कौसर रजा, मुफ्ती शाहिद रजा और नात ख्वान अलाउद्दीन, सलाहुद्दीन, इरशाद हमदम, महफूज आलम, मो आलम, मुस्लिम रजा मुस्लिम मौजूद रहे। इस मौके पर फैजान गौसुल-वोरा कमेटी के सभी लोग मौजूद थे।
आफताब आलम, शमशेर खान, अहमद अंसारी, अशहिद अहमद, मोहम्मद खादिम, डॉ असलम, हाजी शमशुल हक, कमरुज्जमा, उस्मान अंसारी, मो अख्तर हुसैन, नदीम अशरफ, नसीम अंसारी, नसीम खान, शाहनवाज, विरासत हुसैन आदि थे।
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