छींक का आना एक आम बात है। यह आपको कभी भी किसी वक्त आ सकती है। लोगों की छींक आने पर बनी सोच के अनुसार यह अशुभ संकेत या उन्हें नजर लगने की ओर इशारा करती है। वहीं डाक्टरों के मुताबिक जब नाक के अंदर कुछ कचरा फंस जाता है तो छींक आने से आपके नाक से कचरा अपने आप साफ हो जाता है। मगर वहीं वास्तु के अनुसार छींक आना हर बार अशुभ नहीं बल्कि कई बार शुभ भी माना जाता है।
छींक का पीछे से सुनाई देना : अक्सर लोग घर से बाहर निकलते वक्त यदि किसी व्यक्ति की छींक सुन लें तो उनके मन में भ्रम पैदा हो जाता है। मगर वास्तु के अनुसार यदि आपको छींक पीछे से सुनाई दे तो यह अशुभ नहीं बल्कि शुभ संकेत हैं। इसका मतलब आप जिस काम के लिए भी जा रहे हैं तो वह काम बिना किसी विघ्न के पूरा हो जाएगा।
खरीरदारी : उसी तरह बाजार में खरीरदारी करते वक्त अगर किसी की छींक सुनाई दे तो आपके द्वारा खरीदी गईं वस्तुएं आपके लिए शुभ साबित होंगी। ऐसे ही अगर आप नए कपड़े ट्राई करते वक्त किसी की छींक सुनें तो समझ लें आपकी अलमारी नए कपड़ों से भरने वाली है।
बीमार व्यक्ति : अगर आप घर में बीमार पड़े किसी व्यक्ति के लिए दवा खरीदने निकलने पर किसी व्यक्ति की छींक सुने तो समझ जाएं कि वह व्यक्ति जल्द ठीक होने वाला है।
नया कारोबार : नया कारोबार या फिर डील शुरु करने जाते वक्त अगर आपको छींक आए तो इसे भी खुद के लिए शुभ मानें। सुबह के वक्त गल्ले पर बैठते वक्त छींक आना भी शुभ माना जाता है। ऐसा होने से आपका दिन शुभ निकलने वाला है।
तो ये थी छींक से जुड़ी कुछ शुभ बातें। अब आपको बताते हैं भला छींक आना कब अशुभ माना जाता है…
धार्मिक कार्यों की शुरुआत करते वक्त छींक आना अशुभ माना जाता है। रात को सोने से पहले और सुबह उठते ही छींक आना या फिर सुनना अशुभ माना जाता है। परीक्षा देते जाते वक्त छींक आना भी अशुभ बात की तरफ संकेत देता है। किसी यात्रा की शुरुआत से पहले भी छींक सुनना गलत माना जाता है। अगर नए घऱ में प्रवेश करते वक्त छींक का एहसास हो तो वहीं रुक जाएं। भोजन से पूर्व भी छींक आना अशुभ माना जाता है, इसका असर आपके स्वास्थ पर पड़ता है।
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